संस्कृत भाषा को जो सम्मान भारत में मिलना चाहिए था वो उसे यहां नहीं मिला, भारत में संस्कृत को एक उबाऊ भाषा के तौर पर देखा जाता है, संस्कृत में न कोई शोध किया जाता है और न कोई इस भाषा को समझने की कोशिश करता है कई लोग तो संस्कृत को केवल पंडिताई का काम समझते है | उनको लगता है कि यह सिर्फ पेट पालने के लिए सीखी जाती है, इसके प्रति लोगो में कोई रूचि नहीं गई है | लेकिन पूरी दुनिया संस्कृत को बहुत मान और सम्मान मिला है, कई कई जगह संस्कृत भाषा पर अनूठे प्रयोग किए गए है, जिनमे से एक है ऐसा नाईट क्लब जहां संस्कृत में गाने बजाए जाते है | लोगो को नाईट क्लब में जाना बहुत पसंद होता है | क्योंकि वहां आप अपने मन के मुताबिक गानो पर थिरक सकते है | ज्यादातर नाईट क्लबों में बॉलीवुड या इंग्लिश गाने ही बजते है | लेकिन आज हम आपको ऐसे क्लब के बारे में बताने जा रहे है जहां संस्कृत गानो पर लोग थिरकते है |
दरअसल अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस- आर्यस में एक ऐसा ही नाईट क्लब है जहां लोग संस्कृत गानो पर थिरकते है | इस क्लब का नाम है THE GROVE NIGHT CLUB & BAR | यहाँ पर आपको गणेश शरणम, गोविंदा गोविंदा, जय जय राधा रमन हरी बोल और हरे कृष्णा जैसे गीतों पर लोग झूमते है | इस क्लब में एक साथ करीब 800 लोग भक्ति गानो पर डांस करते है | इस नाईट क्लब में न तो शराब परोसी जाती है, न ड्रग्स का सेवन किया जाता है, न नॉन वेज मिलता है | यहां लोग जूस पीते है, धूम्रपान कोई नहीं करता, यह क्लब पूरी तरह से शाकाहारी है | इस नाईट क्लब की एक और खूबी है, इस नाईट क्लब में अनूठे संगीत के साथ साथ लोग योगा भी करते है | यहां लोग योगा पार्टी भी करते है , यहां मंत्रो, योग, ध्यान, संगीत और नृत्य के जरिए देह का आत्मा से संबंध स्थापित किया जाता है |
पढ़कर ही कितना आश्चर्य हो रहा है कि ऐसा नाईट क्लब जहां सिर्फ संस्कृत में गाने बजाए जाते है,जहां कोई शराब, मासांहार, धूम्रपान का सेवन नहीं पूरी तरह से सात्त्विक, शुद्ध इसे कहते है संस्कृत भाषा का चमत्कार, भारत में जहां कई नाईट क्लब शराब और नशे के अड्डे बन गए है, वहां पर इस तरह से नाईट क्लब ( THE GROVE NIGHT CLUB & BAR) का होना अपने आप में काफी गर्व की बात है |
Reference –
https://www.orissapost.com/bizarre-nightclub-people-here-groove-to-sanskrit-songs/