राजस्थान के करौली स्थित बूकना गांव में जमीन विवाद को लेकर एक पुजारी को ज़िंदा जला कर मार डाला गया था। इस घटना के बाद अब राधा-गोविन्द मंदिर के मृतक पुजारी बाबूलाल वैष्णव के परिजनों ने विरोध में शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। परिजनों का कहना है कि जब तक राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, तब तक अंतिम संस्कार नहीं होगा।
वहीं, प्रशासन ने पुजारी के परिजनों से अंतिम संस्कार किए जाने का अनुरोध किया है। करौली के एसडीएम ओम प्रकाश मीणा ने कहा कि पुजारी बाबूलाल के परिजनों ने चौथी मांग भी सामने रखी है। हम सीनियर अफसरों के जरिये सरकार को उनकी मांग के बारे में बताएंगे। हम परिजनों से अपील करते हैं कि वे दाह संस्कार करें क्योंकि शव को रखे हुए दो दिन हो चुके हैं।
परिजनों ने की 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग
खबरों के अनुसार, मृतक पुजारी की पत्नी ने राजस्थान सरकार से मांग की है कि सभी अभियुक्तों को फांसी की सज़ा दी जाए, तभी इस मामले में न्याय हो पाएगा। साथ ही परिजनों के एक रिश्तेदार ने परिवार के लिए 50 लाख रुपए और साथ ही बेटे के लिए सरकारी नौकरी की मांग की है।
मामले पर राज्यपाल ने जताई चिंता
मामले में बीजेपी ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनिया ने पूरे मामले में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसमें सांसद रामचरण बोहरा के साथ राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर और जितेन्द्र मीणा को शामिल किया गया है। इस बीच, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने करौली में पुजारी की हत्या मामले को लेकर सीएम अशोक गहलोत से बात की है। राज्यपाल ने इस मुद्दे को लेकर चिंता जताई है।
क्या है मामला?
बता दें कि राजस्थान के करौली में जमीन विवाद को लेकर दबंगों ने पुजारी के ऊपर पहले पेट्रोल छिड़का, फिर आग लगा दी। जयपुर के सवाई माधो सिंह अस्पताल में पुजारी की मौत हो गई। इसके बाद से राजस्थान की सियासत गरम है। मृतक पुजारी के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा 6 बेटियां और एक बेटा है। बहरहाल, राजस्थान पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।