फ्रांस में जिस शिक्षक की गला काट कर हत्या कर दी गयी थी, उसके अंतिम क्रिया कर्म के समय फ्रांस के राष्ट्रपति खुद आकर खड़े हुए. राष्ट्रपति मैक्रॉन सिर्फ यहां खड़े नहीं हुए हैं, बल्कि उनके जवाब से पूरी दुनिया के इस्लामिक देशों में हलचल है. फ्रेंच राष्ट्रपति की टिप्पणी पर मुस्लिम देश खफा हैं. फ्रेंच सामानों के बहिष्कार की मुहिम तेज है. पिछले शुक्रवार को, राष्ट्रपति मैक्रॉन ने विवादित बयान देते हए कहा था कि इस्लाम एक ऐसा धर्म है, जिससे आज पूरी दुनिया संकट में है, सिर्फ फ्रांस में ही नहीं. उनके इस बयान के बाद से ट्विटर पर हैशटैग #BoycottFrenchProducts, #BoycottFrance Products, #boycottfrance #boycott_French_products #ProphetMuhammad ट्रेंड कर रहा है|
कई देशों में सोशल मीडिया यूजर्स ने ट्विटर और फेसबुक पर “मुहम्मद मैसेंजर ऑफ अल्लाह” के बैनर के साथ अपनी प्रोफाइल तस्वीरें बदल दी हैं. इस बीच इस विवाद में फ्रांस और तुर्की के बीच रिश्ते खराब हो गए हैं. नाराज तुर्की ने इस घटना पर पेरिस की कड़ी आलोचना की है. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोआन ने शुक्रवार को राष्ट्रपति मैक्रॉन की मानसिक स्थिति पर ही सवाल खड़ा कर दिया| उन्होंने कहा कि किसी राष्ट्र प्रमुख को क्या कहा जा सकता है, जो धर्म की आजादी को नहीं समझता और जो अपने देश में अलग धर्म मानने वाले लाखों लोगों के लिए इस तरह से व्यवहार करता है. सबसे पहले, एक मानसिक स्थिति की जांच की जाए. उन्होंने कहा कि मैक्रॉन को इस्लाम और मुसलमानों के साथ व्यक्तिगत रूप से क्या समस्या है? मैक्रॉन को मेंटल ट्रीटमेंट की जरुरत है. आप लगातार एर्डोगन को चुन रहे हैं. तुर्की नाटो का सदस्य भी है. इससे आपको कुछ भी हासिल नहीं होगा, चुनाव होंगे (फ्रांस में). हम आपका (मैक्रॉन का) भाग्य देखेंगे. उन्होंने फ्रांस के लिए कुछ भी हासिल नहीं किया है और अब उन्हें अपने लिए करना चाहिए|
कुवैत में खाड़ी देशों में सुपर मार्केट की एक बड़ी सीरीज अलनईम कोऑपरेटिव सोसाइटी ने कहा कि वह अपने यहां से सभी फ्रांसीसी उत्पादों को हटा देगा. इसी तरह कई अन्य व्यापारिक समूहों ‘सबर्ब ऑफ्टर नून एसोसिएशन’ समेत कई संगठनों ने भी इसी तरह का फैसला लिया है. मुंबई की रज़ा एकेडमी ने मुस्लिम देशों से फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ फतवा जारी करने की अपील की है. एक पेज की अपील जारी कर रज़ा एकेडमी फिर चर्चा में आ गई है. विवादों से इसका पूरा नाता रहा है. कुवैत, जॉर्डन और कतर की कई दुकानों से फ्रांस के सामान हटा दिए गए हैं. बांग्ला देश के अलावा लीबिया, सीरिया और गजा पट्टी में फ्रांस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किए गए. मुस्लिम देशों की धमकी के बाद फ्रांस की सरकार ने इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. फ्रांस ने कई मस्जिदों पर ताला लगा दिया है. इन मस्जिदों में पैन्टिन मस्जिद मुख्य है. इस मस्जिद पर एक नोटिस चिपका दिया गया है और उस पर लिखा है, कि इस्लामिक गतिविधियों में शामिल होने के कारण इसे बंद कर दिया गया है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों ने कट्टरपंथी इस्लाम की कड़ी आलोचना की थी. शिक्षक की हत्या को उन्होंने इस्लामिक आतंकवादी हमला बताया था.
जिस कार्टून की वजह से हत्या हुई, उस कार्टून को हर शहर, हर गली, हर मुहल्ले की दीवाल पर लगवाया गया है. शहरों की बड़ी बड़ी बिल्डिंगों पर प्रोजेक्टर के माध्यम से विशाल काय कार्टून प्रदर्शित किए जा रहे हैं. जवाब सिर्फ ये नहीं है, बल्कि पूरे फ्रांस में सड़कों पर भारी भीड़ हाथों में उस कार्टून को लेकर सड़क उतर रही है. इस्लाम का विरोध फ्रांस में जनांदोलन बन चुका है. इतना जन समर्थन देखकर नए विधेयक पास किये जा रहे हैं जो इस्लाम के खिलाफ होंगे. फ्रांस की सरकार ने बताया है कि अब तक 120 स्थानों और संगठनों की जांच की गई है. इन सभी पर कट्टर पंथी विचारधारा को फैलाने का आरोप है. इसके साथ ही सरकार ने आतंक वादियों को मिलने वाले पैसे पर रोक लगाने की योजना तैयार की है. सरकार की तरफ सोशल मीडिया कंपनियों पर दबाव डाला जाएगा कि वह भड़काऊ पोस्ट पर रोक लगाएं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रांस में मैक्रों सरकार के दौरान अब तक किसी आतंकी हमले के बाद ऐसी कड़ी कार्रवाई नहीं हुई थी.
मस्जिदों को भी बंद किया जा रहा है और सैकड़ों मौलवियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इस्लाम के खिलाफ किसी देश में इस तरह की इतनी बड़ी कार्रवाई अब तक नहीं की गई है. कई मुस्लिम देश ट्विटर पर हैश टैग लगा रहे हैं फ्रांस के खिलाफ, लेकिन फ्रांस को इससे भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. हमें फ्रांस से सीखना चाहिए. भारत में भी होना चाहिए.
पंचर पुत्र निकट नही आवे; मैक्रॉन जब नाम सुनावे.
Fake. Writer has cubbed two stories and created a fake narration. There is no poster on Paris walls against this killing, poster on walls is for anti-femicide. Please remove this post immediately.