अरुणाचल प्रदेश में हुए उग्रवादी हमले में यूपी के मैनपुरी में रहने वाले शहीद नायब सूबेदार वीरेंद्र सिंह यादव को योगी सरकार ने 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर पर शहीद वीरेंद्र सिंह को नमन करते हुए यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी शहादत को नमन करते हुए कहा है कि,
“मां भारती की सेवा करते शहीद हुए मैनपुरी निवासी सेना के जवान वीरेंद्र सिंह के बलिदान को उत्तर प्रदेश की जनता नमन करती है। यूपी सरकार उनके परिजनों को 50 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। मैनपुरी की एक सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर होगा।”
मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि “अरुणाचल प्रदेश में उग्रवादियों के कायरतापूर्ण कृत्य में वीरगति को प्राप्त हुए बीरेन्द्र सिंह के शौर्य और वीरता को कोटि-कोटि नमन। राष्ट्र रक्षार्थ आपका बलिदान अतुल्य है। हम आपकी वीरता और राष्ट्र सेवा भाव के समक्ष श्रद्धावनत हैं। जय हिंद!”
आपको बता दें कि, शहीद वीरेंद्र सिंह को 1985 में असम राइफल्स यूनिट में राइफल मैन पद पर तैनाती मिली थी। हाल में ही वे गांव से छुट्टी समाप्त करके ड्यूटी पर वापस लौटे थे। बीते रविवार की सुबह वीरेंद्र ने अपनी पत्नी से बातचीत में कहा था कि उनकी ड्यूटी पानी के टैंकर पर लगी हुई है, उस पर जा रहा हूं। इतना कहते हुए उन्होंने फोन काट दिया। उसके कुछ ही देर बाद यूनिट से फोन आया कि आपके पति उग्रवादी हमले में शहीद हो गए हैं। खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी-बच्चे सदमे में डूब गए। बता दें कि, शहीद वीरेंद्र सिंह की एक पत्नी और तीन बेटे हैं। शहीद का बड़ा बेटा एनडीआरएफ में तैनात है। दूसरा बेटा किसानी करता है। जबकि तीसरा और सबसे छोटा बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है। इस घटना से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है।