राजस्थानस्य भरतपुर जनपदे बयाना उपखण्ड अंतर्गत रूपवास तहसीलस्य बंध बारैठा अभ्यारण स्थित बंशीपहाड़पुरस्य खानानां जवा प्रस्तर सहस्राणि वर्षेव अक्षुण्णयम् राम मंदिर निर्माणाय उपयुक्तमस्ति तु कांग्रेसस्य मुस्लिम प्रेमम् इति खाने अवरोधयते कदाचित च् २०-२५ ट्रक यत् प्रस्तर नीयते स्म तानि अपि अवरोधयते !
राजस्थान के भरतपुर जिले में बयाना उपखंड अंतर्गत रूपवास तहसील के बंध बारैठा अभ्यारण्य स्थित बंशीपहाड़पुर की खदानों के गुलाबी पत्थर हजारों साल तक अक्षुण्ण रहने वाले राममंदिर निर्माण के लिए उपयुक्त हैं परन्तु कांग्रेस के मुस्लिम प्रेम ने इस खदान पर रोक लगा दी है और शायद 20-25 ट्रक जो पत्थर ले जा रहे थे उन्हें भी रोक दिया गया है !
यदि अमर उजाला समाचार पत्रस्य मान्यतु तर्हि केवलम् एकेव खानम् अवरोधयते, यत् राम मन्दिराय प्रस्तरम् उपलब्धम् क्रियते स्म, अंतम् इदम् किं ? एकम् खान किं ? अस्य एकेव अर्थम् निस्सरति तत कांग्रेस सर्वोच्च न्यायालयात् तर्हि राम मंदिर निर्माण न अवरोधयते, सम्प्रति प्रस्तराणि अवरोधयत् राम मंदिर निर्माण अवरोधयतु इच्छति !
अगर अमर उजाला समाचार पत्र की माने तो केवल एक ही खदान को बंद किया गया है, जो राम मंदिर के लिए पत्थर उपलब्ध करा रहा था, आखिर ऐसा क्यों ? एक ही खदान क्यों ? सभी खदानों को क्यों नहीं बन्द किया गया ? इसका एक ही मतलब निकलता है कि कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट से तो राम मंदिर निर्माण नहीं रुकवा सकी, अब पत्थरों को रुकवा कर राम मंदिर निर्माण रुकवाना चाहती है !
बंशीपहाड़पुरस्य जवा प्रस्तरै: ४९.२४ मीटर इति उच्च लगभगम् २.५ एकड़े एक लक्ष पंच सहस्र १४७ वर्ग फिट इति आकारस्य भूतले त्रयस्तरम् राम मंदिर निर्मयेत ! देशे सदै: एक रूपम् स्था बहु भवनानि प्राचिरानि वा इति प्रस्तरेन निर्मयते ! संसद भवनम्, रक्त प्राचीरम्, बुलन्द दरवाजेन सह अक्षरधामम् इस्कानस्य अधिकांशतः च् मन्दिरेषु बंशीपहाड़पुरेव प्रस्तरम् समाहितवान !
बंशीपहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से 49.24 मीटर ऊंचा करीब ढाई एकड़ में एक लाख पांच हजार 147 वर्गफीट आकार के भूतल पर तीन मंजिला राममंदिर बनना है ! देश में सदियों से जस की तस खड़ी तमाम इमारतें व किले इसी पत्थर से बने हैं ! संसद भवन, लालकिला, बुलंद दरवाजा सहित अक्षरधाम और इस्कान के अधिकांश मंदिरों में बंशीपहाड़पुर का ही पत्थर लगा है !
अमर उजाला समाचार पत्रस्य अनुरूपम् !
अमर उजाला समाचार पत्र के अनुसार !
बयानास्य पटेल प्रस्तर उद्योगस्य प्रमुख देवेंद्र पटेल: दूरभाषे अबदत् तत सर्वात् साधु गुणवत्तास्य जवा सिकता प्रस्तरस्य मूल्य इति कालम् ८०० रूप्यकानि घनफिट इत्यास्ति !
बयाना की पटेल स्टोन इंडस्ट्री के मालिक देवेंद्र पटेल ने दूरभाष पर बताया कि सबसे अच्छी क्वालिटी के पिंक सैंड स्टोन की कीमत इस समय 800 रुपये घनफीट है !
अस्य उम्र न्यूनातिन्यून पंच सहस्र वर्षम् भवति ! वर्षात् इयम् प्रस्तर बहु सख्त, टिकाऊ सुन्दरम् च् भवते ! यस्मिन् अन्य प्रस्तरणाम् तुलनाम् बहु भारं वहनस्य क्षमतां व सरलेन चित्रकारिम् भवति !
इसकी उम्र कम से कम पांच हजार साल होती है ! बारिश से ये पत्थर ज्यादा मजबूत, टिकाऊ और सुंदर होता जाता है ! इसमें अन्य पत्थरों के मुकाबले अधिक भार सहने की क्षमता व आसानी से पच्चीकारी होती है !
देवेंद्र: अकथयत् राम मंदिर निर्माणेन अत्रस्य बनिजानि श्रमिकानि वा बहु प्रसन्नमस्ति, वरन् पीड़ाम् इति वार्तास्यास्ति तत सर्कारम् अत्रस्य खानेषु अवरोधयते, यद्यपि पूर्ण राजस्थानस्य अन्य सर्वम् खानानि प्रारम्भम् सन्ति ! एतेषु राममन्दिराय साधु गुणवत्ते निश्चित आकारस्य प्रस्तर कीदृषिम् निस्काष्यते !
देवेंद्र ने कहा कि राममंदिर निर्माण से यहां के कारोबारी व मजदूर बेहद खुश हैं, मगर दर्द इस बात का है कि सरकार ने यहां की खदानों पर रोक लगा दी है, जबकि पूरे राजस्थान की अन्य सभी खदानें चालू हैं ! ऐसे में राममंदिर के लिए अच्छी क्वालिटी में तय आकार के पत्थर कैसे निकल पाएंगे !
बयानास्य उपजिलाधिकारी संतोष कुमार मीणा: कथयति तत राममंदिर तर्हि निर्मिष्यतेव, तु अस्मै कश्चित खान प्रारम्भ न भवशक्नोति ! २४ घटकेषु अधिकृत खनने ५० वाहनानि गृह्यते !
बयाना के एसडीएम संतोष कुमार मीणा कहते हैं कि राममंदिर तो बनेगा ही, लेकिन इसके लिए अभी कोई खदान शुरू नहीं हो सकती ! चौबीस घंटे में अवैध खनन में 50 गाड़ियां पकड़ी गई हैं !
पूर्व वर्षम् २८ कोटि रूप्यकेषु धनराशिस्य निविदा अभवत् स्म, सर्कारस्य नियमस्ति तत येन अधिकम् धनराशि प्राप्यिष्यति, तदा निविदाम् भविष्यति ! सम्प्रति अवशेष मासस्य औसतेन कश्चित निविदाकारम् अग्रे आगच्छतु तर्हि खानम् प्रारम्भ भवशक्नोति !
पिछले साल 28 करोड़ रुपये में रायल्टी का टेंडर हुआ था, सरकार का नियम है कि इससे अधिक धनराशि मिलेगी, तभी टेंडर होगा ! अब बचे माह के औसत से कोई ठेकेदार आगे आए तो खदान शुरू हो सकती है !
एकम् ट्रक वाहने २५ घनफीट इति प्रस्तरस्य मानकमस्ति, अधिकतम् ४० घनफीट प्रस्तरानि अगच्छते ! येन तकरीबनम् ४.५ लक्ष घनफुट इति प्रस्तरानि श्रीराम जन्मभूमेव नीयतेन गृहित्वा तस्य तराशी नक्काशे इति वा मंदिर निर्माणस्य निश्चित कालस्य भान बहु चुनौतिमस्ति !
एक ट्रक पर 25 घनफीट पत्थर का मानक है, अधिकतम 40 घनफुट पत्थर आते रहे हैं ! ऐसे करीब साढ़े चार लाख घनफुट पत्थरों को श्रीराम जन्मभूमि तक पहुंचाने से लेकर उसकी तराशी व नक्काशी में मंदिर निर्माण के तय समय का ध्यान रखना बड़ी चुनौती है !
विहिप संरक्षक दिनेश चंद स्वीकार्यतेस्ति तत सम्प्रतैव बंशीपहाड़पुरस्य प्रस्तरानाम् तराशे तकरीबनम् २० कोटि रूप्यकानि व्ययम् अभवत् ! राम मंदिर निर्माणे इति प्रस्तरस्य प्रयोगम् १९९० तमेव मुख्य वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा: विहिपस्य अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अरहत् स्व. अशोक सिंघल:, चंपत राय: रामबाबू इत्येन सह च् सम्मिलित्वा निश्चित अकरोत् स्म !
विहिप संरक्षक दिनेश चंद स्वीकारते हैं कि अब तक बंशीपहाड़पुर के पत्थरों की तराशी में करीब 20 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं ! राम मंदिर निर्माण में इस पत्थर का प्रयोग 1990 में ही मुख्य वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा ने विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे स्व. अशोक सिंघल, चंपत राय और रामबाबू के साथ मिलकर तय किया था !
सोमपुरास्य दलम् सम्प्रति राममन्दिरस्य ३६ सहस्र ४५० वर्गफीट इत्यस्य पुरातन आकारम् ८४ सहस्र ६०० वर्गफीट बर्ध्यते, सहैव परितः १४ मीटर चौड़ा कॉरिडोर इत्येन इयम् एक लक्ष पंच सहस्र १४७ वर्गफीट इति अभव्यते !
सोमपुरा की टीम ने अब राममंदिर के 36 हजार 450 वर्गफीट के पुराने आकार को 84 हजार 600 वर्गफीट बढ़ाया है, साथ ही चारों तरफ 14 मीटर चौड़े कॉरिडोर से यह एक लाख पांच हजार 147 वर्गफीट हो गया है !
पूर्वस्य द्वय स्तरम् मंदिर स्वरूपम् सम्प्रति १६१ फीट इति उच्च शिखरम् द्वय शिखरयो वा विस्तारेण सह त्रय स्तरम् क्रियते ! एतेन चत्वारि लक्ष घनफीट प्रस्तर यत् पूर्व अनुमानितमस्ति, तस्मात् द्वयगुणित प्रस्तर प्रयोगस्य अनुमानम् अस्ति !
पहले का दो मंजिला मंदिर मॉडल अब 161 फीट ऊंचे शिखर व दो गुंबदों के विस्तार के साथ तीन मंजिला किया गया है ! इससे चार लाख घनफीट पत्थर जो पहले अनुमानित है, उससे दोगुना पत्थर लगने का अनुमान है !