18.1 C
New Delhi

स्वच्छतात् रोग मुक्तिम् प्रति ! स्वच्छता से रोग मुक्ति की ओर !

Date:

Share post:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: शनिवासरस्य राजघट्टस्य पार्श्व राष्ट्रीय स्वच्छता केन्द्रस्य उद्घाटनम् अकरोत् ! अस्य उदघोषम् १० अप्रैल २०१७ तमम् गाँधीस्य चंपारण सत्याग्रहस्य शत वर्षम् पूर्ण भवस्य स्थाने अकरोत् स्म ! सम्प्रति त्रय वर्षम् उपरांत अस्य उद्घाटनम् अकरोत् !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राजघाट के पास राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का उद्घाटन किया ! इसकी घोषणा 10 अप्रैल, 2017 को गांधीजी के चम्पारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर की थी ! अब तीन साल बाद इसका उद्घाटन किया !

साभार प्रधानमंत्री
साभार प्रधानमंत्री
साभार प्रधानमंत्री
साभार प्रधानमंत्री

स्वच्छते प्रधानमंत्री अकथयत् स्वच्छते स्वराज्य प्रतिबिम्ब पश्यति आसीत् गांधी: ! स्वराजस्य स्वप्नम् पूर्ण कृतस्य एकम् मार्गम् सः स्वच्छतामपि मान्यति स्म !

स्वच्छता पर प्रधानमंत्री ने कहा स्‍वच्छता में स्वराज का प्रतिबिंब देखते थे गांधी ! स्वराज के सपने को पूरा करने का एक मार्ग वह स्वच्छता को भी मानते थे !

गाँधीस्य विचारस्य प्रासंगिकतास्य उल्लेखम् कृतम् प्रधानमंत्री मोदी: अकथयत् तत अद्यस्य विश्वाय गांधेन वृहद प्रेरणाम् न भव शक्नोति ! अद्य पूर्ण विश्व तस्य जीवनम् दर्शनम् च् स्वीकरणाय अग्रे आगच्छन्ति ! विगत वर्षम् सम्पूर्ण विश्वे यस्य प्रकारेण गाँधीस्य पंचशताधिकैकशतम् जयंतीम् मान्यतु, सः अभूतपूर्वम् आसीत् ! तस्य स्वीकार्यताम् लोकप्रियतां च् देशकालेन परिस्थितेन च् विलगम् अस्ति !

गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज के विश्व के लिए गांधी जी से बड़ी प्रेरणा नहीं हो सकती ! आज पूरी दुनिया उनके जीवन और दर्शन को अपनाने के लिए आगे आ रही है ! बीते वर्ष पूरी दुनिया में जिस तरह से गांधी जी की 150वीं जयंती मनाई गई, वह अभूतपूर्व था ! उनकी स्वीकार्यता और लोकप्रियता देशकाल और परिस्थिति से परे है !

कोरोना महामारीम् २०१४ तः पूर्वे आगच्छति तर्हि किं भवति ?

कोरोना महामारी 2014 से पहले आती तो क्या होता ?

पी एम मोदी: अकथयत्, कल्पनाम् कुरु कोरोना यथा महामारीम् २०१४ तः पूर्वे आगच्छति तर्हि किं स्थितिम् भवति, यदा भारतस्य ६० प्रतिशतम् जनसंख्याम् स्फुटितम् शौचाय बलाम् आसीत् ? किं तदा लॉकडाउन इति यथा व्यवस्थाम् सम्भवम् भवति ? कोरोना प्रति जंगे वृहद आधारम् अददात् ! सः बलम् दत्तुम् अकथयत् स्वच्छतास्य अभियानम् एकम् यात्राम् अस्ति, यत् सततं चलिष्यति !

पी एम मोदी ने कहा,कल्‍पना कीजिये कोरोना जैसी महामारी 2014 से पहले आती तो क्या स्थिति होती, जब भारत की 60 प्रतिशत आबादी खुले में शौच के लिए मजबूर थी ? क्या तब लॉकडाउन जैसी व्यवस्थाएं संभव हो पातीं ? स्वच्छता को लेकर जागरूकता ने हमें कोरोना के खिलाफ जंग में बड़ा सहारा दिया है ! उन्‍होंने जोर देते हुए कहा कि स्वच्छता का अभियान एक सफर है, जो निरंतर चलता रहेगा !

अयम् तत् दिवसम् अस्ति यस्य दिवसम् गांधी: भारत त्यक्तु आन्दोलनस्य आरम्भम् अकरोत् स्म !

यह वह दिन है जिस दिन गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुवात की थी !

साभार bccl

देशस्य स्वतंत्रता संग्रामे अष्ट अगस्तस्य दिवसस्य एकम् विशेषम् महत्वम् अस्ति ! वस्तुतः महात्मा गांधी: आंग्लकाणि भरतात् निस्सराय कतिपय अहिंसकम् आन्दोलनानाम् नेतृत्वम् अकरोत् अष्ट अगस्त १९४२ तमम् च् सः भारत त्यक्तु आन्दोलनस्य आरम्भम् अकरोत् स्म !

देश के स्वतंत्रता संग्राम में आठ अगस्त के दिन का एक खास महत्व है ! दरअसल महात्मा गांधी ने अंग्रेजों को भारत से निकालने के लिए कई अहिंसक आंदोलनों का नेतृत्व किया और आठ अगस्त 1942 को उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की थी !

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

Hindenburg Research, ‘Notorious’ Short-Seller that probed Adani Group, to shut down

Hindenburg Research founder Nate Anderson on Wednesday announced disbanding his US investment research firm. The company rattled the...

Focusing on border security, energy, and living costs, only 2 Genders, Emergency at Mexico Border: Executive Orders Trump Will Sign Soon

Donald Trump was sworn in for a historic second term as US president on Monday, capping his extraordinary...

As the World braces for Trump 2.0, here’s how People views his return

U.S. President-elect Donald Trump returns to the White House on Monday, and much of the world is watching...

“Deep State Actors” Hillary Clinton and George Soros receive Presidential Medal of Freedom

With two weeks left in his administration, President Joe Biden bestowed the highest American civilian honor to some...