नेशनल कॉन्फ्रेंस इत्यस्य नेता जम्मू कश्मीरस्य च् पूर्व मुख्यमंत्री: उमर अब्दुल्लास्य संकटानि बर्धशक्नोति ! जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ गोलमाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सोमवासरम् पृच्छाय फारुकम् स्व कार्यालये आहूतवान !
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता एवं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की मुश्किलें बढ़ सकती हैं ! जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को पूछताछ के लिए फारूक को अपने दफ्तर में तलब किया !
जेकेसीए गोलमालस्य इयम् प्रकरण २०१२ तमे सम्मुखम् आगतवान ! वर्ष २००५ तः २०१२ तमस्य मध्य जेकेसीए इत्यस्य बैंक अकाउंट इत्यात् धनस्य गोलमाल कृतस्य आरोपमस्ति ! तत् कालम् फारूक: जेकेसीए इत्यस्य अध्यक्षमासीत् !
जेकेसीए घोटाले का यह मामला 2012 में सामने आया ! साल 2005 से 2012 के बीच जेकेसीए के बैंक अकाउंट से धन की हेराफेरी करने का आरोप है ! उस समय फारूक जेकेसीए के अध्यक्ष थे।
जेकेसीए इत्यस्य कोषाध्यक्ष: मंजूर वजीर: मार्च २०१२ तमे संस्थाया: महासचिव: मोहम्मद सलीम खान: पूर्व कोषाध्यक्ष: अहसान मिर्जाया: विरुद्धम् धनस्य गोलमालस्य अधिक्षेपम् पंजीकृतं अकारयत् स्म ! अस्य उपरांत भ्रष्टाचारस्य इयम् प्रकरणम् सम्मुखम् आगतवान ! अस्य केचन दिवसानि उपरांत गोलमालेन संलग्नम् कथित ५० जनानां एकम् अनुक्रमणिका सार्वजनिकम् अभवत् स्म !
जेकेसीए के कोषाध्यक्ष मंजूर वजीर ने मार्च 2012 में संस्था के महासचिव मोहम्मद सलीम खान और पूर्व कोषाध्यक्ष अहसान मिर्जा के खिलाफ धन की हेराफेरी की शिकायत दर्ज कराई थी ! इसके बाद भ्रष्टाचार का यह मामला सामने आया ! इसके कुछ दिनों बाद घोटाले से जुड़े कथित 50 लोगों की एक सूची सार्वजनिक हुई थी !
भ्रष्टाचारस्य प्रकरणम् उद्घाटयस्य उपरांत जेकेसीए इत्यस्य अध्यक्ष पदात् फारूक अब्दुल्लाम् स्थानापन्नयते स्म ! इति पदे सः त्रय दशकातधिकम् कालैव अस्थियते ! गोलमाल प्रकरणे ईडी फारूकेन पूर्वेपि पृच्छन्नम् अक्रियते ! प्रकरणे कार्यवाहिम् कृतः ईडी २.६ कोटि रूप्यकस्य सम्पत्तिम् अधिगृह्यते स्म !
भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद जेकेसीए के अध्यक्ष पद से फारूक अब्दुल्ला को हटना पड़ा था ! इस पद पर वह तीन दशक से ज्यादा समय तक रहे ! घोटाला मामले में ईडी फारूक से पहले भी पूछताछ कर चुका है ! मामले में कार्रवाई करते हुए ईडी ने 2.6 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की थी !
सूचनानां अनुरूपम् ईडी इत्यस्य अन्वेषणे इयम् सम्मुखम् आगतवान तत वित्तीय वर्षम् २००५ – २००६ तमेन गृहित्वा २०११ – २०१२ तमेव जेकेसीए इतम् बीसीसीआई इत्यात् त्रय बैंक अकाउंट इत्ये ९४.०५ कोटि रूप्यकानि अप्राप्यत् ! ईडी इत्यस्य आरोपमस्ति, जेकेसीए इत्यस्य नामे बहु अन्य अकाउंट इति उद्घट्यते इति अकाउंट इत्येषु धनम् अप्रेषयत् ! इत्येव प्रकारस्य द्वितीयकम् बैंक अकाउंट इत्यस्य प्रयोगम् धनम् परिवर्तनाय प्रयोगम् अक्रियते !
रिपोर्टों के मुताबिक ईडी की जांच में यह सामने आया है कि वित्तीय वर्ष 2005-2006 से लेकर 2011-2012 तक जेकेसीए को बीसीसीआई से तीन बैंक अकाउंट में 94.06 करोड़ रुपए मिले ! ईडी का आरोप है, जेकेसीए के नाम पर कई अन्य खाते खोले गए और इन खातों में रकम भेजी गई ! इसी तरह के दूसरे बैंक अकाउंट्स का इस्तेमाल मनी लॉन्डरिंग के लिए इस्तेमाल किया गया !
ईडी इतम् प्रति पृच्छाय आहुतै उमर अब्दुला: इत्येन ‘विरोधस्य कार्यवाहिम्’ इति अकथयत् ! स्व एकम् ट्विते उमर: अकथयत् ईडी इत्यस्य इति आहूतपत्रे दलम् शीघ्रेव उत्तरम् दाष्यति ! गुपकार घोषणापत्राय गठबंधनम् निर्मयस्य उपरांत इयम् केचन न च् अपितु राजनीतिक विरोधस्य कार्यवाहिमस्ति !
ईडी की ओर से पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर उमर अब्दुल्ला ने इसे ‘बदले की कार्रवाई’ कहा है ! अपने एक ट्वीट में उमर ने कहा ईडी के इस समन पर पार्टी जल्द ही जवाब देगी ! गुपकार घोषणापत्र के लिए गठबंधन बनाए जाने के बाद यह कुछ और नहीं बल्कि राजनीतिक बदले की कार्रवाई है !
पीडीपी इति प्रमुख महबूबा मुफ्तिस्य बाह्य आगमनस्य उपरांत राज्ये राजनीतिक प्रकरण तीव्रम् अभवत् ! पूर्व सप्त दिवसं पीडीपी,एनसी इत्येन सह कश्मीरस्य क्षेत्रीय दलानि एकम् सभाम् अकुर्वन् राज्ये च् अनुच्छेद ३७० इत्यस्य पुनर्स्थापिताय स्व एकम् गठबंधनं अनिर्मयत् !
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बाहर आने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हुई है ! पिछले सप्ताह पीडीपी, एनसी सहित कश्मीर के क्षेत्रीय दलों ने एक बैठक की और राज्य में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए अपना एक गठबंधन बनाया !
वस्तुतः ४ अगस्त २०१९ तमम् पीडीपी,एनसी इत्येन सह ६ प्रमुख दलानि सम्मिलित्वा अगस्त २०१९ तमे एकम् कार्यवाहिम् निर्माणम् अकरोत् स्म ! इत्येन गुपकार अभियानम् अकथ्यते ! अस्य उद्देश्यम् जम्मू कश्मीर च् राज्यस्य विशेष स्थानम् अनुच्छेद ३५ ए च् अनुच्छेद ३७० इतम् च् रक्षणम् राज्यस्य च् विभाजनस्य अवरोधनम् स्म !
दरअसल चार अगस्त 2019 को पीडीपी, एनसी सहित 6 प्रमुख पार्टियों ने मिलकर अगस्त 2019 में एक मुहिम तैयार की थी ! इसे गुपकार अभियान कहा गया ! इसका उद्देश्य जम्मू और कश्मीर राज्य के विशेष दर्जे और अनुच्छेद 35 ए और अनुच्छेद 370 को बचाना और राज्य के विभाजन को रोकना था !
इत्यात् पूर्वम् तत इयम् दलम् स्व इति कार्यवाहिम् अग्र बर्ध्यति तत सा दृष्टिअवरोधम् अक्रियते ! बन्दीया मुक्तम् भवस्य उपरांत इयम् सर्वाणि दलम् एकदा पुनः स्व राजनीतिक भूमि अन्वेषणाय सक्रियम् अभवत् !
इससे पहले कि ये दल अपनी इस मुहिम को आगे बढ़ा पाते कि इन्हें नजरबंद कर दिया गया ! हिरासत से रिहाई हो जाने के बाद ये सभी दल एक बार फिर अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने के लिए सक्रिय हो गए हैं !