चिनीम् सम्प्रति सरकारी किवदंतिम् समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स इत्येन भर्तस्कः अददात्, चिनम् भर्तस्कः दातु अकथयत् तत भारतम् एकदा पुनः शक्तिम् प्रदर्शष्यिति, ग्लोबल टाइम्स येन गृहित्वा एकम् सम्पादकीय लेखम् मुद्रयति इति संपादकीय लेखस्य शीर्षकमस्ति !
चीन ने अब सरकारी प्रोपेगैंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स के जरिये धमकी दी है, चीन ने धमकी देते हुए कहा है कि भारत को एक बार फिर ताकत दिखानी होगी, ग्लोबल टाइम्स ने इसे लेकर एक संपादकीय लेख छापा है इस संपादकीय लेख का शीर्षक है !
भारतीय सेनास्य दुस्साहसपूर्ण व्यावहारम् भविष्यति विपरीतम्, इत्येव न चिनम् भारतस्य मिडियास्य वार्ता संकलने अपि प्रश्नम् अकरोत्, समाचार पत्रम् अलिखत् तत भारतस्य मीडिया तेनैव प्रसारति यत् तस्य जनमानसम् साधु लगति चिनस्य सेना च् प्रत्येक प्रकारेण भारतस्य सेनेन साधु सन्ति !
भारतीय सेना का दुस्साहस भरा दांव पड़ेगा उल्टा, इतना ही नहीं चीन ने भारत के मीडिया की रिपोर्टिंग पर भी सवाल उठाए,अखबार ने लिखा कि भारत का मीडिया वही दिखाता है जो उसकी जनता को अच्छा लगता है और चीन की सेना हर तरह से भारत की सेना से बेहतर है !
ग्लोबल टाइम्स भारतीय सेनाषु चिनी सैनिकानि प्रति वार्निंग शॉट फायर इत्यस्य विप्रमाणम् आरोपम् आरोपयतु अकथयत् तत का भारत सुलहम् स्थगित करोति ? अस्य उपरांत समाचार पत्रम् भर्तस्कः युक्ते अलिखत् तत यदि इयमस्ति तर्हि पुनः चिन भारतम् च् सीमे रक्तपातस्य एकम् नव युगाय तत्परनीय !
ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय सेना पर चीनी सैनिकों की तरफ वॉर्निंग शॉट फायर का बेबुनियाद आरोप लगाते हुए कहा है कि क्या भारत समझौते को रद्द कर रहा है ? इसके बाद अखबार ने धमकी भरे लहजे में लिखा है कि अगर ऐसा है तो फिर चीन और भारत को सीमा पर खून-खराबे के एक नए युग के लिए तैयार रहना चाहिए !
चिनम्-भारतम् सीमे पूर्व ४० वर्षेषु शांति प्रचलयति, सैन्य कलहस्य केचन प्रकरणम् समुखम् आगच्छते तु किमपि गम्भीर्य संघर्षे परिणितम् न अभवत् कुत्रचित द्वयो पक्षयो कश्चितापि कलहस्य स्थिते अस्त्रानाम् प्रयोगम् न कृतस्य सुलहम् अकरोत्, वस्तुतः जून मासे भारतीय चिनी च् सैनिकानाम् मध्य हिंसक कलहम् अभवत् स्म बहु जवान च् हुतात्मा अभवत् तु तम् कालमपि कश्चितापि प्रत्येन गोलिकाम् न अचलत् !
चीन-भारत सीमा पर पिछले 40 सालों में शांति कायम रही है, सैन्य टकराव के कुछ मामले सामने आते रहे हैं लेकिन कोई भी गंभीर संघर्ष में तब्दील नहीं हुआ क्योंकि दोनों पक्षों ने किसी भी विवाद की स्थिति में हथियारों के इस्तेमाल नहीं करने का समझौता किया है, हालांकि जून महीने में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी और कई जवान शहीद हुए लेकिन उस वक्त भी किसी भी तरफ से गोलियां नहीं चलीं !
चिनस्य सरकारी तंत्रापि पूर्ण रूपेण किवदंती प्रसारे संलग्नम् अस्ति, ग्लोबल टाइम्स स्व सम्पादकिये भौमवासरम् अकथयत् तत अहम् भारतेन सह युद्धम् न इच्छामि तु यदि भारतम् चिनस्य साधु इच्छास्य असाधु अर्थम् निस्कासते चेते गोलिकानि प्रहारयते तर्हि वयं पश्च न प्रास्थिते !
चीन की सरकारी मशीनरी भी पूरी तरह से प्रोपेगैंडा फैलाने में लगी हुई है, ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में मंगलवार को कहा कि हम भारत के साथ जंग नहीं चाहते हैं लेकिन अगर भारत ने चीन की अच्छी मंशा का गलत मतलब निकाला और चेतावनी में गोलियां चलाईं तो हम युद्ध से पीछे नहीं हटेंगे !
ग्लोबल टाइम्स पीएलए इत्यस्य पच्छिमी दलस्य प्रवक्तेन अलिखत्, भारतीय सेना सोमवासरम् पैंगोंग सरोवरस्य दक्षिणी तटे शेनपाओ पर्वतीय क्षेत्रे एलएसी अनधिकृत रूपेण पारम् याति तस्य उपरांत च् भ्रमण क्रियते चिनी सैनिकानाम् सम्मुखम् वायवे गोलिकाम् चालयत्, चिनी सीमे भ्रमण क्रियते दलम् क्षेत्रे स्थिरता स्थित कृताय अन्मनम् प्रतिउत्तरे प्राहरम् क्रियते !
ग्लोबल टाइम्स ने पीएलए के वेस्टर्न कमांड के प्रवक्ता के हवाले से लिखा है, भारतीय सेना ने सोमवार को पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर शेनपाओ पहाड़ी इलाके में एलएसी अवैध तरीके से पार किया और उसके बाद गश्त कर रहे चीनी सैनिकों के सामने हवा में फायरिंग की, चीनी सीमा पर गश्त कर रहे दल को इलाके में स्थिरता कायम करने के लिए मजबूरन काउंटर अटैक किया !
भारतम् सीमे उद्द्तस्य कार्यवाहाय चिनम् जिम्मेवारम् कथ्यते !
भारत ने सीमा पर उकसावे की कार्रवाई के लिए चीन को जिम्मेदार कहा !
तत्रैव इत्यात् पूर्वम् पूर्वी लद्दाखे सोमवासरम् अभवत् वार्निंग शाट इत्यस्य घटने भारतीय सेना चिनस्य अनृतस्य भेदम् उद्घट्यते ! चिनम् भारतीय सैनिकेषु वास्तविक नियंत्रण रेखा पारम् कृतं गोलिका चालयस्य च् आरोपम् आरोपयतु ! चिनस्य इति प्रतिवेदनं निरस्त कृतं भारतम् सीमे उद्द्तस्य कार्यवाहाय चिनम् जिम्मेवारम् कथ्यते !
वहीं इससे पहले पूर्वी लद्दाख में सोमवार को हुई ‘वॉर्निंग शाट्स’ की घटना पर भारतीय सेना ने चीन के झूठ की पोल खोल दी है ! चीन ने भारतीय सैनिकों पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पार करने और फायरिंग करने का आरोप लगाया है ! चीन के इस दावे को खारिज करते हुए भारत ने सीमा पर उकसावे की कार्रवाई के लिए चीन को जिम्मेदार कहा है !
भारतीय सेनाम् अकथयत् तत पूर्वी लद्दाखे चिनम् प्रत्येन कलह वृद्धिम् कार्यवाहिम् भवति ! इति नव कलहाय सेनाम् चिनस्य पश्चिम दलम् जिम्मेवारम् कथ्यते ! इयम् दलैव भारत सीमे नियुक्तिमस्ति ! सेनाम् अकथयत् तत पश्चिमी दलम् प्रत्येन सोमवासरम् रात्रि निर्गत कथनेन देशम् विश्वस्य च् जनानि पथभ्रमित कृतस्य प्रयत्नम् क्रियते !
भारतीय सेना ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में चीन की तरफ से तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई हो रही है ! इस नए विवाद के लिए सेना ने चीन के पश्चिमी कमान को जिम्मेदार कहा है ! यह कमान ही भारत सीमा पर तैनात है ! सेना ने कहा है कि वेस्टर्न कमान की ओर से सोमवार रात जारी बयान से देश और दुनिया के लोगों को गुमराह करने की कोशिश की गई है !
सेनाम् प्रत्येन भौमवासरम् निर्गत कथने अकथ्यते, एलएसी इत्ये भारम् गतिरोध वा न्यून कृताय भारतम् प्रतिबद्धमस्ति तु चिनम् प्रत्येन सीमे भारं वृद्धाय उद्द्तस्य कार्यवाहिम् क्रियते ! भारतीय सेनाम् कश्चित स्तरैपि एलएसी इतम् पारम् न अकरोत् नैव च् गोलिका चालयेन सह कश्चित प्रकारस्य उत्तेजनम् प्रदर्शयत् !
सेना की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया, एलएसी पर तनाव एवं गतिरोध कम करने के लिए भारत प्रतिबद्ध है लेकिन चीन की तरफ से सीमा पर तनाव बढ़ाने के लिए उकसावे की कार्रवाई की जा रही है ! भारतीय सेना ने किसी स्तर पर भी एलएसी को पार नहीं किया और न ही फायरिंग सहित किसी तरह का आक्रामक रवैया दिखाया !
कथने अग्र अकथ्यते, वास्तवे इयम् पीएलए अस्ति यत् नियमानि सततं उल्लंघनम् उत्तेजनम् च् प्रदर्शयति ! तस्य प्रत्येन इयम् सर्वाणि इति कालम् भवति यदा सीमे कलहम् न्यूनम्कृताय सैन्यम्, कुटनीतिकम् राजनीतिकम् च् स्तरे वार्ताम् भवति !
बयान में आगे कहा गया, वास्तव में यह पीएलए है जो करारों का लगातार उल्लंघन और आक्रामक तेवर दिखा रही है ! उसकी तरफ से यह सब कुछ ऐसे समय हो रहा है जब सीमा पर तनाव कम करने के लिए सैन्य, कूटनीतिक एवं राजनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है !