प्रतीक चित्र
(परिणाम केवल सायं 3 pm तक का)
बिहारे एकदा पुनः नीतीश सरकार निर्मयत् अपश्यते ! अद्यैव आगत परिणामेषु एनडीए इतम् बहुमतम् प्राप्यत् अपश्यते,तत्रैव महागठबंधन बहु पश्च अरहते ! अद्यापि यत्र नीतीश कुमारस्य नेतृत्वम् एनडीए गठबंधन १३२ इत्येन अधिकम् आसनेषु अग्रम् सन्ति, तत्रैव तेजस्वी यादवस्य नेतृत्वम् महागठबंधन १०० इत्येन अधिकम् आसनेषु वृद्धिम् अरचयते ! इदृशेषु कथशक्नोति तत एनडीए बहुमतस्य पारम् याति !
बिहार में एक बार फिर नीतीश सरकार बनती दिख रही है ! अभी तक आए रुझानों में एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है,वही महागठबंधन काफी पीछे रह गया है ! अभी जहां नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन 132 से ज्यादा सीटों पर आगे हैं, वहीं तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाला महागठबंधन 100 से ज्यादा सीटों पर बढ़त बनाए हुए है ! ऐसे में कहा जा सकता है कि एनडीए बहुमत के पार है !
इत्येव मध्य इयम् विचारणीय अस्ति तत अंतम् बिहारस्य जनाः कस्य आधारेषु मतदानम् कृतवान ! अद्यैव ज्ञानस्य आधारे कथशक्नोति तत निम्न वार्तानि एनडीए इत्यस्य पक्षे कार्यम् कृतवान !
इस बीच ये ध्यान देन की जरूरत है कि आखिर बिहार के लोगों ने किन आधारों पर वोट किया ! अभी तक के रुझानों के आधार पर कहा जा सकता है कि निम्न बातों ने एनडीए के पक्ष में काम किया है !
बिहारस्य जनाः डबल इंजन इति अर्थतः मोदी: नीतीशस्य युगले विश्वासम् व्यक्तयते,यद्यपि तेजस्वी यादवम् न इति कृतवान यस्याय पीएम मोदी: अकथयत् स्म जंगलराजस्य युवराज: ! अर्थतः कथशक्नोति तत जनानां हृदयात् अद्यापि लालू: राज्यस्य कटु स्मारिकानि न गतवान !
बिहार के लोगों ने डबल इंजन यानी मोदी नीतीश की जोड़ी पर विश्वास जताया है,जबकि तेजस्वी यादव को नकार दिया है जिनके लिए पीएम मोदी ने कहा था जंगलराज का युवराज ! यानी कहा जा सकता है कि लोगों के मन से अभी भी लालू राज की कड़वी यादें नहीं गई हैं !
तेजस्वी यादव: जनेषु तत् विश्वासम् न व्यक्तयते तत सः आरजेडी च् सम्प्रति नव प्रकारस्य राजनीतिम् करिष्यति ! इतिदा नीतीश कुमारं गृहित्वा विरोधिन् तरंगमासीत्,अस्य उपरांत सः एकदा पुनः सत्तायाम् आगत अपश्यते ! इदृशेषु कथशक्नोति तत निर्वाचनस्य अन्ते सः यत् पाश अचलत् तः कार्यम् कृतवान !
तेजस्वी यादव लोगों में वो भरोसा नहीं जता पाए कि वो और आरजेडी अब नई तरह की राजनीति करेगी ! इस बार नीतीश कुमार को लेकर विरोधी लहर थी, इसके बावजूद वो एक बार फिर सत्ता में आते दिख रहे हैं ! ऐसे में कहा जा सकता है कि चुनाव के अंत में उन्होंने जो कार्ड चला वो काम कर गया !
सः इत्येन स्व अंतिम निर्वाचनम् अबदत् स्म अकथयत् स्म च् तत अंत साधु तर्हि सर्वम् साधु ! सहैव भाजपा यत् राष्ट्रवादस्य पाश अक्रीडत्,यस्मिन् आर्टिकल ३७०,पुलवामा प्रहारम् गलवान घाट्याम् बिहारस्य युवानां हुतात्मा भवं इति सम्मिलितं आसन्, ताः कार्यम् कृतवान !
उन्होंने इसे अपना अंतिम चुनाव बताया था और कहा था कि अंत भला तो सब भला ! साथ ही बीजेपी ने जो राष्ट्रवाद का कार्ड खेला, जिसमें आर्टिकल 370, पुलवामा हमला और गलवान घाटी में बिहार के जवानों का शहीद होना शामिल था, वो काम कर गया !
कोरोना इतम् गृहित्वा नीतीश कुमारे बहु लक्ष्यम् अलक्ष्यत् ! लक्षाणि श्रमिकानि भिन्नमभिन्न राजेभ्यः बिहारम् प्रति आगतवान ! ते पदयात्राम् कृतवान, मार्गेषु बहुनां निधनम् अभवत्, परितः अव्यवस्थाम् पश्यस्य अप्राप्तयत् ! बेरोजगारी इत्ये वृद्धिम् अभवत्, अस्य उपरांत तम् जनाः एनडीए इत्येव स्व विश्वासम् धारयते !
कोरोना को लेकर नीतीश कुमार पर खूब निशाना साधा गया ! लाखों श्रमिक अलग अलग राज्यों से बिहार लौटे ! वे पैदल चले, रास्ते में कइयों की मौत हुई, चारों तरफ अव्यवस्था देखने को मिली ! बेरोजगारी में बढ़ोतरी हुई, इसके बावजूद उस तबके ने एनडीए पर ही अपना भरोसा रखा !
अद्यैव आगत परिणामेषु भाजपा सर्वात् वृहद दलम् निर्मियित्वा उत्पादयति ! ताः आरजेडी इत्यात् अपि अग्रमस्ति, सहैव ताः स्व सहयोगी जेडीयू इत्यात् अपि बहु अग्रमस्ति ! यद्यपि द्वयो इव दलम् तस्मात् अधिकम् आसनेषु निर्वाचनम् अयोद्धत् स्म ! इदृशेषु कथशक्नोति तत भाजपाया: भूमिम् अति सख्तम् अभवत् !
अभी तक आए रुझानों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है ! वो आरजेडी से भी आगे है, साथ ही वो अपनी साथी जेडीयू से भी काफी आगे है ! जबकि दोनों ही दल उससे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़े थे ! ऐसे में कहा जा सकता है कि बीजेपी का ग्राउंड और मजबूत हुआ है !
तेन अस्य आगत निर्वाचनेषु लाभम् प्राप्त शक्नोति,यत् पश्चिम बङ्गे,तमिलनाडुयाम्,असमे केरले च् भवेतिति ! निर्वाचनात् पूर्व एनडीए इत्यस्य एकम् प्रमुख दलम् लोक जनशक्ति दलम् (लोजपा) स्वयमम् गठबंधनात् विलगम् कृतवान,तु जीतन राम मांझी: इत्यादयः एनडीए इत्ये आगत्वा तम् रिक्तकम् पूर्णम् कृतवान !
उसे इसका आगामी चुनावों में फायदा मिल सकता है, जो पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम और केरल में होने हैं ! चुनाव से पहले एनडीए का एक प्रमुख दल लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने खुद को गठबंधन से अलग कर लिया, लेकिन जीतन राम मांझी इत्यादि ने एनडीए में आकर उस कमी को पूरा कर दिया !