भगवान राम की नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का काम अब गति पकड़ रहा है। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नींव तथा शिला पूजन किया था। इसके बाद नक्शा पास कराने के साथ ही जमीन की अन्य औपचारिकता पूरी की गई। सात टेस्ट पाइलिंग का निर्माण पूरा होने के बाद मंदिर में लगने वाले पत्थरों को अब कार्यशाला से राम जन्मभूमि मंदिर प्रांगण में लाया जा रहा है। शुक्रवार से पत्थरों को निर्माण स्थल पर ले जाने का कार्य शुरू हो गया है। पत्थरों को ले जाने से पहले वैदिक रीति-रिवाज से पूजन किया गया।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो चुका है। मंदिर निर्माण का ठेका एल एंड टी कंपनी को दिया गया है। इस भव्य परियोजना से आईआईटी चेन्नई और एल एंड टी के करीब दो सौ विशेषज्ञ जुड़े हुए हैं। मंदिर के निर्माण कार्य में लगी एल एंड टी की टीम विशाल मशीनों तथा क्रेन की मदद से पत्थरों को ट्रक पर लाद कर परिक्रमा पथ से निर्माण स्थल पर ले जा रही है। कार्यशाला में दशकों से पत्थरों को तराशने का काम चल रहा है। बता दें, रामलला के दर्शन के लिए आने वाले भक्त इस कार्यशाला में जरूर जाते हैं।
राम मंदिर कार्यशाला के प्रभारी मनोज सोमपुरा के मुताबिक जल्द ही पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचा दिया जाएगा। रामघाट क्षेत्र स्थित मंदिर निर्माण कार्यशाला में रखे गए पत्थरों को भी राम जन्मभूमि परिसर पहुंचाए जाने की तैयारी है। कार्यशाला में तराशी गई शिलाओं की नाप-जोख होने के बाद अब इनको राम जन्मभूमि परिसर में शिफ्ट किया जा रहा है।