कोच्चि की एनआईए (NIA) अदालत ने सोमवार को इस्लामिक स्टेट में भर्ती होने गए सुब्हानी हजा मोइदीन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है | साथ ही इराक सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए उस पर 2.10 लाख रुपये का जुमार्ना भी लगाया है | अदालत ने शुक्रवार को मोइदीन पर लगे आरोपों को लेकर उसे दोषी पाया था और सोमवार को सजा सुनाने की बात कही थी | मोइदीन के खिलाफ अदालत ने जो आरोप लगाए हैं, उनमें आपराधिक साजिशें रचने के अलावा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) भी शामिल है | बता दें कि मोइदीन को एजेंसी ने अक्टूबर 2016 में गिरफ्तार किया था | मोइदीन ने अदालत में निर्दोष होने की बात कही | साथ ही कहा कि उसने किसी भी आतंकवादी गतिविधियों में हिस्सा नहीं लिया और किसी भी देश के खिलाफ युद्ध नहीं किया है |
एनआईए के मुताबिक, 2015 में सुभानी आईएस में शामिल हुआ था और इराक व सीरिया में उसकी ट्रेनिंग हुई। वह इराक सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने में शामिल था। इसके अलावा उसके बाद 2015 में पेरिस हमले की पूरी जानकारी थी। हमले में 130 लोग मारे गए थे। जानकारी के लिए बता दे की आरोपी केरल का निवासी है, यह वह राज्य है जो सबसे ज्यादा साक्षर होने का दावा करता है लेकिन पिछले काफी समय से यह एक आतंकी अड्डा बन गया है | कई लोग ISIS में भर्ती के लिए केरल से गए थे | यह काफी चौकाने वाली बात है लेकिन देश का मीडिया इतने संवेदनशील मुद्द्दे को छोड़ कर फालतू की खबरों में लगा हुआ है | इस आतंकी के खिलाफ किसी भी दलाल मीडिया वामपंथी, टुकड़े टुकड़े गैंग ने किसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है | वैसे यह तो केवल एक शुरुवात हुई है NIA द्वारा, अभी तो और भी कई लोग NIA के रडार पर है और जल्द ही और भी लोग जो इस तरह की आतंकी गतिविधि में शामिल है उन पर क़ानूनी कार्यवाई होगी |