मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी अपने तेज तर्रार फैसलो के लिए जाने जाते है साथ ही उनके कई फैसले से आम व्यक्ति भी अचरज में पड़ जाता है | जैसे दंगो, विरोध प्रदर्शन, के दौरान सरकारी सम्पत्तियो का नुक्सान होने पर जिस तरह से योगी आदित्यनाथ ने उसकी भरपाई आरोपियो से की, तो प्रशासनिक स्तर से लेकर आम व्यक्ति तक को बड़ा ही आश्चर्य और ख़ुशी हुई थी, क्योंकि आज तक पूर्व में किसी भी सरकारों ने ऐसा करने की हिम्मत नहीं दिखाई थी | ऐसा निर्णय केवल योगी आदित्यनाथ जी ही ले सकते है, अब योगी सरकार सरकारी भूमि कर अवैध कब्ज़ा करने वालो से किराय की वसूली करने जा रही है | जिन जिन अपराधी प्रवृति के लोगो ने अपने निजी हित के लिए सरकारी भूमि पर कब्ज़ा किया था उससे उसकी भरपाई की जाएगी | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि यदि कोई सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करेगा तो उससे कब्जे के दौरान की अवधि का किराया भी वूसला जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ कार्ययोजना तैयार की जा रही है, जिसके अनुरूप जल्द कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के निर्देश पर माफिया व अपराधियों द्वारा सरकारी जमीनों व संपित्तयों पर किए गए अवैध कब्जों को अभियान के तहत मुक्त कराया जा रहा है। अब इस कड़ी में उनसे कब्जे के दौरान की अवधि का किराया वसूलने की कार्रवाई भी होगी। माना जा रहा है कि बीते दिनों सरकारी जमीनों से जो अवैध कब्जे मुक्त कराए गए हैं, उनमें आरोपितों से जल्द किराया वसूलने की कसरत शुरू होगी। सूबे में अब तक माफिया व अपराधियों की 300 करोड़ से अधिक संपित्त जब्त की गई है। अवैध कब्जा कर बनाई गईं कई इमारतों पर प्रशासन को बुलडोजर भी चल चुका है। इससे पहले देखा गया था कि यदि कोई रसूखदार व्यक्ति सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर लेता था तो उससे उस जमीन को छुड़ाने में प्रशासन के पसीने छूट जाते थे | सरकार किसी की भी आती थी लेकिन इन अवैध कब्ज़ा करने वालो को केवल नोटिस ही मिलता था, उनके मन में कानून का कोई डर नहीं था और न किसी सरकार में इतनी हिम्मत थी कि उनके खिलाफ कोई कार्यवाई कर सके लेकिन अब हालात बदल गए है | श्री योगी आदित्यनाथ जी जिस तरह से गुंडों की सम्पत्ति को जब्त करके उनके अवैध निर्माण को तोड़ रहे है उससे उन लोगो का घमंड भी टूटने लगा है जिनको लगता था कि कानून उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है |
बता दें कि उत्तर प्रदेश में माफिया व अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस कार्रवाई का सिलसिला जारी है। राज्य के विभिन्न जिलों में पुलिस ने अभियान के तहत कड़ी कार्रवाई की है। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के निर्देश पर इस वर्ष गैंगेस्टर एक्ट के तहत अपराधियों की काली कमाई से जुटाई गई 300 करोड़ रुपये से अधिक की संपित्त जब्त की गई है। बीते मंगलवार को लखनऊ कमिश्नरेट में पुलिस ने कुख्यात मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, सलीम, रुस्तम, सोहराब व खान मुबारक समेत अन्य माफिया के गुर्गों पर शिकंजा कसा है। लखनऊ में एक साथ 42 स्थानों पर छापेमारी की गई। पुलिस ने मुख्तार के करीबी अभिषेक बाबू व शहजादे कुरैशी समेत 11 अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया है।