दुनिया भर के लोग चीन से फैली कोरोना महामारी (कोविड-19) की मार झेल रहे हैं। पूरे विश्व में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 3 करोड़ के पार पहुंच चुकी है। 10 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत में भी इस महामारी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। लगभग 10 माह पहले उत्पन्न हुई इस महामारी से बचाव के लिए कई देश इसकी (कोविड-19) वैक्सीन के ट्रायल में लगे हुए हैं। आए दिन एक न एक देश कोरोना वैक्सीन को लेकर नया दावा करते नजर आ रहे हैं। लेकिन सफलता कब तक मिलेगी इसके बारे में कहना संभव नहीं है।
कोरोना को लेकर भारत देश की बात की जाए, तो कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के हिसाब से अमेरिका के बाद भारत दुनिया में सबसे प्रभावित देश है। देश में अब तक 60 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। जबकि 95 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। देश के वैज्ञानिक भी कोविड-19 की वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। वहीं अब केंद्र सरकार ने कोविड-19 की वैक्सीन से जुड़ी जानकारी देने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल https://vaccine.icmr.org.in/covid-19-virus लॉन्च किया है। इस पोर्टल पर भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन से जुड़ी सारी जानकारियां उपलब्ध होंगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आईसीएमआर (ICMR) के इस पोर्टल का सोमवार को उद्धाटन किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी जानकारी दी है।
हेल्थ मिनिस्टर ने कहा, “कोरोना की वैक्सीन को लेकर रिसर्च तेजी से किया जा रहा है. देश में कम से कम तीन वैक्सीन परीक्षण के अलग-अलग चरणों में हैं. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि 2021 की पहली तिमाही के भीतर भारत का अपना स्वदेशी वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगा।”
उन्होंने कहा कि, “हर कोई इस पोर्टल पर ऑनलाइन जा सकेगा और इस तरह वैक्सीन के बारे में वर्तमान समय में हो रहे अनुसंधान-विकास और क्लीनिकल ट्रायल से संबंधित जानकारी देख सकते हैं।”
आपको बता दें कि, भारत में जो तीन कोरोना वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के स्टेज में हैं, उनमें भारत बायोटेक-आईसीएमआर की कोवैक्सिन (COVAXIN), जायडस कैडिला की जाइकोव-डी (ZyKov-D) और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड (Covishield) शामिल है, जिसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर तैयार कर रही है। इन वैक्सीन में से Covishield अपने परीक्षण के तीसरे चरण में है और एस्ट्राजेनेका इसकी करोड़ों खुराक का उत्पादन करने की तैयारी में जुटी है। जिसके चलते सरकार को उम्मीद है की भारत जल्द ही कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन तैयार कर लेगा।