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Tag: Ramayana

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“रामायण की अंतर्राष्ट्रीय मान्यता (देशी – विदेशी – वर्तमान और अर्वाचीन भाषाओं में)”

“विध विध रामायण इस प्रकार है” वाल्मीकि रामायण, आनंद रामायण, वशिष्ठ रामायण, याज्ञवल्क्य रामायण, रामचरित मानस रामायण, कंब रामायण, कृत्तिवास रामायण, अद्भुत रामायण, तत्वार्थ रामायण,...

रामः न अयम् अस्माकं हृदयम्, प्रणेभ्यः मम सन्ति प्रियम् ! राम नहीं यह हृदय हमारे, प्राणों से हमको हैं प्यारे !

जन्मभूमि मम पुरी सुहावनि ! उत्तर दिसि बह सरजू पावनि !!जा मज्जन ते बिनहिं प्रयासा ! मम समीप नर पावहिं बासा !! जन्मभूमिम् मम पुरीम्...