उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के प्रति होने वाले अपराध के प्रति जागरूकता और माहिलाओं के सशक्तीकरण के लिए 9 दिनों का विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 17 से 25 अक्टूबर तक चलेगा। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा व उनके द्वारा दर्ज शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए भी विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए गृह और पुलिस विभाग को विशेष जिम्मेदारी सौंपी है।
सीएम योगी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने शनिवार को लोकभवन में इसकी समीक्षा की। एडीजी 1090 नीरा रावत ने महिला सुरक्षा और अभियान से जुड़ा प्रस्तुतीकरण दिया। इस दौरान अवनीश अवस्थी ने बताया कि सभी प्रमुख विभागों जैसे चिकित्सा शिक्षा, तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, श्रम एवं समायोजन, पुलिस, पंचायती राज, ग्राम विकास और सूचना एवं जनसंपर्क जैसे विभागों के माध्यम से अभियान चलाकर पुलिस महिलाओं व बच्चों को सुरक्षा संबंधी जानकारियां देंगे।
अवस्थी ने बताया कि प्रदेश की महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा को सुदृढ़ किये जाने के लिए पूरे प्रदेश में जन जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। प्रदेश के सभी बच्चों, महिलाओं एवं बालिकाओं को जागरूक करते हुए सुरक्षा संबंधी जानकारी जिलों की पुलिस एवं अन्य विभागों के माध्यम से पहुंचाई जायेगी।
वहीं, यूपी डीजीपी ने बताया कि जन जागरूकता के लिए सभी जिलों में थानों एवं अन्य विभागों के माध्यम से स्कूल/कॉलेजों में संबंधित पोस्टर लगाने तथा विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही यह निर्देश भी दिये गये हैं कि महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा व उनके द्वारा दर्ज शिकायतों का त्वरित निस्तारण विशेष अभियान चलाकर कराया जाए।