लखनऊ: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में पिछले साल 19 दिसंबर को पुराने शहर में हुए उपद्रव के मामले में फरार 12 लोगों के खिलाफ ठाकुरगंज पुलिस ने जगह-जगह पोस्टर चिपकवाए हैं. वहीं, इस मामले में चौक पुलिस ने जिन आठ आरोपितों पर इनाम घोषित किया था, उनमें से आलम, इरशाद और हसन ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
पुलिस के मुताबिक 19 दिसंबर को हुए उपद्रव में ठाकुरगंज थाने में दर्ज FIR में 12 लोगों शिया धर्मगुरू चौक निवासी मौलाना सैफ अब्बास, शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक के बेटे कल्बे सिब्तेन नूरी, ठाकुरगंज निवासी जमाल, सलीम चौधरी, तौकरी, मानू, इस्लाम, शकील, नीलू, हलीम, कासिफ और आसिफ वांछित हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए ठाकुरगंज के कई हिस्सों में पोस्टर लगाए गए हैं. मामले में 24 लोगों के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी. इनमें से 19 लोग जेल में हैं. तीन लोगों ने गुरुवार को सरेंडर किया जबकि 5 अब भी फरार है. फरार आरोपितों पर 5-5 हजार रुपये का इनाम है.
गौरतलब है कि पिछले साल 19 दिसम्बर को लखनऊ में सीएए के विरुद्ध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और बड़े पैमाने पर सार्वजनिक व सरकारी सम्पत्ति का नुकसान हुआ था. इस मामले में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अलग -अलग थानों में मामले दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की गयी थी.