एक तरफ जहां पूरी दुनिया वैश्विक महामारी से जूझ रही है, हर संभव प्रयास कर रही है कि किसी भी तरह से कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन रुक जाए परंतु अभी तक उनके हाथ असफलता ही लगी है। दुनिया के तमाम विकसित एवं विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था के हालात खराब हो चुके हैं ऐसे में सिर्फ वह सभी देश वैक्सीन आने की शुभ घड़ी का इंतजार कर रहे हैं।
कोरोनावायरस के कारण व्याप्त हुई नकारात्मक ऊर्जा के वातावरण में, दुनिया के 50 लाख आबादी वाले देश न्यूजीलैंड ने कोरोना वायरस पर काबू पा, एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया है । न्यूज़ीलैंड दुनिया का एकमात्र देश बन चुका है जहां पर पिछले 100 दिनों से एक भी कम्युनिटी ट्रांसमिशन का मामला नहीं आया है। वहां पर आखिरी कम्युनिटी ट्रांसमिशन का मामला 1 मई को आया था तब से लेकर अभी तक कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है।
न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक देश में सिर्फ 23 एक्टिव केस ही हैं जिन्हें देश की सीमा पर ही क्वारंटीन किया गया है। न्यूजीलैंड में मार्च के अंत में कोरोना वायरस संक्रमण के 100 मामले थे, तभी वहां पर सख्ती से लाकडाउन का पालन कराया गया और बाहर से आने वाले लोगों को सीमा पर ही क्वारंटीन किया गया, जिससे उन्होंने अपने देश में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन को रोकने में सफलता पाई ।
“यूनिवर्सिटी ऑफ ओटागो” में महामारी विशेषज्ञ प्रोफेसर माइकल बेकर ने कहा- “यह अच्छे विज्ञान और बेहतरीन राजनीतिक नेतृत्व का कमाल है यदि आप दुनिया भर में देखें तो जिन देशों ने संक्रमण को काबू पाने में सफलता हासिल की है वहां पर इन दोनों का संगम है”
जिस तरह से न्यूजीलैंड ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में सफलता पाई है उसके लिए न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जैसिडा अर्डर्न के प्रबंधन की तारीफ आज पूरी दुनिया में हो रही है, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सराहना की है । कोरोना वायरस के कारण कई देशों की अर्थव्यवस्था भी डगमगा गई है, वहीं न्यूजीलैंड ने बेरोजगारी दर को 4 फ़ीसदी तक बनाए रखने में कामयाबी पायी है ।
न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य महानिदेशक एश्ले ब्लूमफील्ड के अनुसार देश में कोरोना संक्रमण के अभी तक सिर्फ 1569 मामले ही सामने आये है, जिसमें ज्यादातर बाहर से आने वाले नागरिक ही है। अभी तक 1524 मरीज ठीक हो चुके हैं, वहीं 22 लोग की मौत हो चुकी है । जॉन्स हापकिंस यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (CSCE) के मुताबिक कोरोनावायरस के विश्व में एक करोड़ 96 लाख 53 हजार 381 मामले आ चुके हैं वहीं मौत का आंकड़ा 7लाख 27 हजार 101 तक पहुंच चुका है।
न्यूजीलैंड के साथ साथ कुछ और देशो भी है जो कोरोनावायरस को काबू करने की सार्थक प्रयासों की श्रेणी में है जो कि निम्न हैं फिजी, आस्ट्रेलिया, साउथ कोरिया, ताइवान, स्पेन, थाईलैंड, मारीशस ।
वही दुनिया के कुछ देश ऐसे भी है जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजफा हो रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो सम्पूर्ण विश्व के कोरोना संक्रमितों की संख्या के 52 फीसदी मामले सिर्फ अमेरिका, ब्राजील और भारत में ही है वहीं 48 फीसदी मामले दुनिया के लगभग 150 देशों में है ।अमेरिका, भारत और ब्राजील के समक्ष कोरोनावायरस पर जल्द काबू पाना एक बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है, इन देशों को जल्द ही कई सख्त एवं सार्थक कदम उठाने होंगे ।
-अभिनव दीक्षित
Reference –
बहुत सुंदर लिखा है ।
धन्यवाद