उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर हाथरस की घटना का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर हमला बोला। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम योगी ने कहा कि जब उत्तर प्रदेश अपने मजदूरों, श्रमिकों, कामगारों को कोरोना संक्रमण के दौर में आगे बढ़ाने का काम करता है तो यूपी में जाति के नाम पर और संप्रदाय के नाम पर दंगे भड़काने की साजिश रची जाती है।
सीएम योगी ने कहा कि “कुछ ऐसे लोग हैं जिनके डीएनए में विभाजन है, उनको पूरा कुछ भी अच्छा नहीं लगता। वो हर चीज़ की कांट-छांट करना चाहते हैं, जाति, क्षेत्र और मजहब के आधार पर बांटना उनकी प्रवृति बन चुकी है। इन्होंने पहले देश को बांटा, उसके बाद जाति के आधार पर सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न किया। सीएम योगी ने राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि जब पूरा देश राम जन्मभूमि पर कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले को लेकर उमंग और उत्साह में था, तब कुछ लोग राज्य में दंगे भड़काने की साजिश रच रहे थे।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि “जब भी इन्हें सत्ता मिली। इन्होंने अपने परिवार के अलावा किसी को नहीं माना। इनके लिए अपना परिवार और खानदान ही देश है,समाज है, बाकी कुछ नहीं है। जब भी सत्ता में आते हैं तो परिवार की बात करते हैं और जब सत्ता से बाहर जाते हैं तो विभाजन और षड्यंत्र करने में कोई कोताही नहीं बरतते है।”
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वी यूपी में कहर बरपाने वाले जापानी बुखार का जिक्र करते हुए कहा, “ये वो हैं जिनके शासन काल में पूर्वी यूपी में इंसेफेलाइटिस से 50 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी। इन्होंने एक बार भी इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई। क्योंकि मरने वाला बच्चा गरीब, दलित, अल्पसंख्यक समुदाय का था। गरीब की जाति नहीं होती, लेकिन, सपा, बसपा या कांग्रेस समेत किसी अन्य दल ने सहानुभूती नहीं दिखाई।”