उत्सवानां कालम् आगच्छति तु इति वर्षम् कोरोना संकटस्य कारणम् स्थितिनि इतिदा अन्यानि सन्ति ! विगत दिवसेषु सर्वाणि वृहद उत्सवम् कीदृशं अमान्यते ! इयम् बदतस्य अवश्यक्ताम् न सन्ति ! सम्प्रति आगामी उत्सवाणि गृहित्वा राज्य सरकारानि सचेतम् सन्ति !
त्योहारों का सीजन आ रहा है मगर इस साल कोरोना संकट के चलते स्थितियां इस बार जुदा हैं ! बीते दिनों में सभी बड़े त्योहार कैसे मनाए गए हैं ! यह बताने की आवश्यकता नहीं हैं ! अब आगामी त्योहारों को लेकर राज्य सरकारें सचेत हैं !
इति क्रमे उत्तर प्रदेशस्य योगी सरकार: दुर्गा पूजा रामलीला च् आयोजनम् गृहित्वा चित्रम् स्वच्छम् अकरोत् ! प्रदेश सर्कारम् अकथयत् तत इतिदा सार्वजनिक दुर्गा पूजास्य आयोजनेषु प्रतिबंधयते ! तत्रैव रामलीला मंचनम् गृहित्वा नियमम् निर्मयते !
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दुर्गापूजा और रामलीला आयोजन को लेकर तस्वीर साफ की है ! प्रदेश सरकार ने कहा है कि इस बार सार्वजनिक दुर्गा पूजा के आयोजनों पर रोक लगाई गई है ! वहीं राम लीला मंचन को लेकर नियम बनाए गए हैं !
आयोजनानि गृहित्वा शासनादेशम् प्रस्तुतवान ! सीएम योगी: घोषणाम् अकरोत् तत इति पर्वस्य अवसरे राज्ये कश्चितापि सार्वजनिक कार्यक्रमम् न भविष्यन्ति ! सः अकथयत् तत इति वर्षम् राज्ये मार्गाणि कश्चितापि दुर्गा पूजा उत्सवम् न मान्यिष्यते !
आयोजनों को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई हैं ! सीएम योगी ने घोषणा की है कि इस पर्व के मौके पर राज्य में कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे ! उन्होंने कहा कि इस साल राज्य में सड़कों पर कोई भी दुर्गा पूजा उत्सव नहीं मनाया जाएगा !
मार्गे कश्चितापि आयोजनम् न भविष्यति नैव कश्चित व्रज्याम् निस्काष्यते ! सः राज्यस्य जनै: अभ्यर्थनाम् अकरोत् तत ते स्व गृहेषु मां दुर्गाया: प्रतिमाम् स्थापितम् कृतवान ! कोरोना महमारिस्य कारणेन सेवनि अपि न भविष्यन्ति अर्थतः इतिदा दुर्गा पूजाया: आयोजनम् सार्वजनिक रूपे न भविष्यति अपितु जनाः स्व गृहेषु दुर्गा प्रतिमानि स्थापितम् कृत पूजनम् अर्चनम् कृतशक्नोति !
सड़क पर कोई भी आयोजन नहीं होगा न ही कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा ! उन्होंने राज्य की जनता से अपील की कि वे अपने घरों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें ! कोरोना महामारी की वजह से मेले भी नहीं लगेंगे यानि इस बार दुर्गा पूजा का आयोजन सार्वजनिक तौर पर नहीं होगा बल्कि लोग अपने घरों में दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित कर पूजन-अर्चन कर सकते हैं !
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथः अकथयत् तत रामलीलानां मंचनम् प्राचीन परम्पराम् अस्ति प्रदेशे च् रामलीलास्य मंचनस्य परम्पराम् न त्रोटिष्यति ! अतएव रामलीलानां मंचनम् मुक्तिम् दत्तवान ! तु इत्याय केचन नियमम् शर्तानि अपि निर्धारितवान ! अस्य अनुरूपम् रामलीला स्थलेषु शतेन अधिकम् दर्शकानि एकत्रम् न भवशक्ष्यन्ति !
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि रामलीलाओं का मंचन प्राचीन परंपरा है और प्रदेश में रामलीला के मंचन की परंपरा नहीं टूटेगी ! इसलिए रामलीलाओं के मंचन को छूट दी गई है ! लेकिन इसके लिए कुछ नियम और शर्तें भी लागू की गई हैं ! इसके मुताबिक रामलीला स्थलों पर 100 से ज्यादा दर्शक एकत्र नहीं हो सकेंगे !
यत् दर्शक रामलीला पशिष्यन्ति तेन सामाजिक द्रुतस्य पालनम् कृतं आवश्यकम् भविष्यति ! अस्य अतिरिक्त रामलीला स्थले अन्य जनानि सेनिटाइजेशन इति कृतं आवश्यकम् भविष्यति सहैव प्रत्येकम् कश्चितस्य मुखे मास्क इति धारयन् आवश्यकम् भविष्यति ! सेनिटाइजेशन, मास्क हस्त धावनस्य च् निर्देशानां सख्तेन पालनम् भविष्यति !
जो दर्शक रामलीला देखेंगे उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा ! इसके अलावा रामलीला स्थल पर और लोगों को सेनिटाइजेशन करना आवश्यक होगा साथ ही हर किसी के चेहरे पर मास्क लगा होना जरूरी रहेगा ! सेनिटाइजेशन, मास्क और हाथ धोने के निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा !
तत्रैव पाणिग्रहणस्य आयोजने बैंड बाजा रोडलाइट वा इति जनानि आज्ञास्य याचने मुख्यमंत्री: अकथयत् तत निर्धारितम् शतस्य संख्यायाम् उचित अन्तरं निर्मित्वा कोविड १९ प्रोटोकाल इत्यस्य पालनम् कृतं बैंड बाजा रोडलाइट वा इत्यस्य प्रयोगम् कृतशक्ष्यति !
वहीं शादी ब्याह के आयोजन में बैंड बाजा व रोड लाइट वालों को अनुमति की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्धारित 100 की संख्या में उचित दूरी बनाकर कोविड 19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए बैंड बाजा व रोड लाइट का प्रयोग किया जा सकेगा !