भाजपा नेत्री पूर्व केंद्रीय मंत्री उमाभारती कोरोना विषाणुया संक्रमित भवस्य उपरांत ऋषिकेश स्थितम् अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थाने स्थितम् अभवत् इति कारणम् सा ट्वीत कृत त्रय कारणम् अबदन् अस्ति, एकम् कारणे बाबरी मस्जिद विध्वंस प्रकरणे आगतम् निर्णयस्य उल्लेखमपि कृतवान, ३० सितंम्बर इतम् अयोध्याया: बाबरी विध्वंस प्रकरणे सीबीआई इत्यस्य विशेष न्यायालयस्य निर्णयम् आगमनमस्ति !
बीजेपी नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ऋषिकेश स्थित AIIMS में भर्ती हुई हैं इस बावत उन्होंने ट्वीट कर तीन कारण बताए हैं, एक कारण में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आने वाले फैसले का जिक्र भी किया है, 30 सितंबर को अयोध्या के बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट का फैसला आना है !
मीडिया सूचनानां अनुरूपम् निर्णयानि गृहित्वा उमा भारती भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डाम् २६ सितंम्बर इतम् पत्रम् अलिखितवती स्म ! यस्मिन् अकथ्यते तत ३० सितंम्बर इतम् सीबीआई इत्यस्य विशेष न्यायालये मह्यं निर्णयम् शृणुनाय प्रस्तुतयते, अहम् विधिम् वेदम्, न्यायालयं मन्दिरम् न्यायाधीशम् भगवतः च् मानयामि ! अतएव न्यायालयस्य प्रत्येकं निर्णयम् मया भगवतस्य आशीर्वादम् भविष्यति सा लिखितवती अहम् न जानामि निर्णयम् का भविष्यति अपितु अहम् स्वतंत्रपत्रम् न गृहीष्यामि !
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक फैसले को लेकर उमा भारती ने बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को 26 सितंबर को चिट्ठी लिखी थी ! जिसमें कहा गया है कि 30 सितंबर को सीबीआई की विशेष अदालत मे मुझे फैसला सुनने के लिए पेश होना है, मै कानून को वेद, अदालत को मंदिर और जज को भगवान मानती हूँ ! इसलिए अदालत का हर फैसला मेरे लिए भगवान का आशीर्वाद होगा उन्होंने लिखा, मैं नहीं जानती फैसला क्या होगा किंतु मैं जमानत नहीं लूंगी !
इत्यात् पूर्वम् वार्ताम् आगतवान स्म तत उमा भारती कोरोना धनात्मकम् अभवत् इतिदा उमा भारती स्वयम् ट्वीत कृत अस्य ज्ञानम् अददात् स्म येन सह सह सा जनैः अभ्यर्थनाम् अकरोत् तत यत् कश्चितापि तस्य सम्पर्के आगतवान तः स्वयमम् क्वारंटाइन इति अक्रियते कोरोना च् अन्वेषणम् अक्रियते !
इससे पहले खबर आई थी कि उमा भारती कोरोना पॉजिटिव हो गई हैं इस बारे में उमा भारती ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी इसके साथ-साथ उन्होंने लोगों से अपील की कि जो कोई भी उनके संपर्क में आया हो वह खुद को क्वारंटाइन कर ले और कोरोना टेस्ट कराएं !
उमा भारती ऋषिकेश हरिद्वारस्य च् मध्य एकम् स्थाने स्वयमम् क्वारंटाइन इति कृतवती स्म, ट्वीते उमा भारती अलिखत् स्म तत सा प्रशासनस्य दलम् सूचनां दत्वा आहुतवती स्व कोरोना अन्वेषण कृतवती च् ! उमा भारती वस्तुतः उत्तराखंडे सन्ति, सा पर्वतानां यात्रात् पुनरागच्छति स्म, इति कालम् अस्वस्थ भवे सा स्वयमम् क्वारंटाइन इति कृतवती स्म !
उमा भारती ने ऋषिकेश और हरिद्वार के बीच एक स्थान पर खुद को क्वारंटाइन कर लिया था, ट्वीट में उमा भारती ने लिखा था कि उन्होंने प्रशासन की टीम को खबर देकर बुलवाया और अपना कोरोना टेस्ट कराया ! उमा भारती फिलहाल उत्तराखंड में हैं, वे पहाड़ों की यात्रा से लौट रही थीं, इसी दौरान अस्वस्थ होने पर उन्होंने खुद को क्वारंटाइन किया था !
अर्थतः उमा भारती स्पष्टम् कृतवती तत इति प्रकरणे कारागार गमनम् तत्परम् अस्ति, तु स्वतंत्रपत्रम् न गृहीष्यति, विचारणीय अस्ति तत बाबरी विध्वंस प्रकरणे शृणुनम् करोति सीबीआई इत्यस्य विशेष न्यायालयं ३० सितंम्बर इतम् स्व निर्णयम् शृणुष्यति ! सीबीआई इत्यस्य विशेष न्यायाधीश एस के यादव: सर्वाणि आरोपीनि निर्णयस्य दिवसं न्यायालये उपस्थितम् भवस्य निर्देशम् दत्तवान !
यानि उमा भारती ने साफ कर दिया है कि इस मामले में जेल जाने को तैयार हैं, लेकिन जमानत नहीं लेंगी, गौरतलब है कि बाबरी विध्वंस मामले में सुनवाई कर रही सीबीआई की एक विशेष अदालत तीस सितंबर को अपना फैसला सुनायेगी ! सीबीआई के विशेष जज एस के यादव ने सभी आरोपियों को फैसले के दिन अदालत में उपस्थित रहने के निर्देश दिये हैं !
प्रकरणस्य ३२ आरोपिषु पुरेव उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी:, भाजपास्य वरिष्ट नेता मुरली मनोहर जोशी:, कल्याण सिंह:, विनय कटियार: उमा भारती च् मुख्य रूपेण सम्मिलितं सन्ति ! अभियोजन पक्ष रक्षक पक्ष द्वययो च् वार्ताम् एक सितंम्बर इतम् समाप्तम् अभवत्, अस्य उपरांत विशेष न्यायाधीशम् निर्णयम् लेखनम् आरम्भयते स्म !
मामले के 32 आरोपियों में पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, विनय कटियार और उमा भारती मुख्य रूप से शामिल हैं ! अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष दोनों की बहस एक सितंबर को समाप्त हो गयी, उसके बाद विशेष जज ने फैसला लिखना आरंभ कर दिया था !
सीबीआई इति एन प्रकरणे ३५१ साक्ष्यकारम् ६०० दस्तावेजीम् साक्ष्य न्यायालयस्य सम्मुखम् प्रस्तुतवान ! बाबरी विध्वंस प्रकरणे न्यायालयस्य निर्णयम् २८ वर्षम् उपरांत आगच्छति ! अयोध्यायां बाबरी मस्जिदम् कारसेवकानि ६ दिसम्बर १९९२ तमम् अपातयत् स्म !
सीबीआई ने इस मामले में 351 गवाह और 600 दस्तावेजी सबूत अदालत के समक्ष पेश किये ! बाबरी विध्वंस मामले में अदालत का फैसला 28 साल बाद आ रहा है ! अयोध्या में बाबरी मस्जिद को कारसेवकों ने छह दिसंबर 1992 को ढहा दिया था !
सीबीआई इति प्रकरणे पंजीकृत स्व अभिलेखे ४९ जनानि अरोपिम् अनिर्मयत् स्म येषु इत्येन १७ आरोपीनां निधनम् अभवत्, आरोपिषु लाल कृष्ण आडवाणी:, मुरली मनोहर जोशी:, विनय कटियार:, उमा भारती, कल्याण सिंह: यथा भाजपास्य दीर्घ नेत्राणि सम्मिलितं सन्ति ! आन्दोलनस्य नेतृत्वम् कृतेषु वरिष्ट भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी: मुरली मनोहर जोशी: चापि सम्मिलितं आसन्, द्वयो नैतारौ विशेष सीबीआई इति न्यायालयस्य सम्मुखम् स्व कथनम् पंजीकृतं कृतवान !
सीबीआई ने इस केस में दायर अपनी चार्जशीट में 49 लोगों को आरोपी बनाया था जिनमें से 17 आरोपियों की मौत हो चुकी है,आरोपियों में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार,उमा भारती, कल्याण सिंह जैसे बीजेपी के बड़े नेता शामिल हैं ! आंदोलन का नेतृत्व करने वालों में वरिष्ट भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी भी शामिल थे, दोनों नेता स्पेशल सीबीआई कोर्ट के समक्ष अपना बयान दर्ज करा चुके हैं !