५ अगस्तम् प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदिस्य हस्ताभ्याम् भावकः राम मन्दिरस्य शिलान्यसेन पूर्वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्याम् अभ्युवान ! अत्र ते कार्यस्य निरिक्षणम् अग्रहणत् ! अयोध्यायाः सांसदम्, विधायकानि श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास च् स्थानीय प्रशासनस्य सदस्यानां सह बैठकम् अकरोत् !
5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने वाले राम मंदिर के शिलान्यास से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे ! यहां उन्होंने कार्य का जायजा लिया ! अयोध्या के सांसद, विधायकों और श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन के सदस्यों के साथ बैठक की !
बैठके सी एम अकथयत्, अहम् अयोध्याम् भारतम् विश्वस्य च् गौरवम् निर्माष्यामि ! स्वच्छता प्रथमं शर्तम् भवनीय ! अयोध्याया: सम्मुखम् एका अवसरम् अस्ति तत् विश्वम् येन प्रकारेण अयोध्याया: पश्येम् इच्छन्तु तम् प्रकारस्य क्षमतां वयं जनेषु सन्ति न वा ! अयम् वयं स्वयम् स्व आत्म अनुशासनस्य माध्यमेन विश्वम् प्रमणितम् अपूरयत् !
बैठक में सी एम ने कहा, हम अयोध्या को भारत और विश्व का गौरव बनाएंगे ! स्वच्छता पहली शर्त होनी चाहिए ! अयोध्या के सामने एक अवसर है कि दुनिया जिस प्रकार से अयोध्या को देखना चाहती है उस प्रकार की क्षमता हम लोगों में है या नहीं ! ये हमें स्वयं अपने आत्म अनुशासन के माध्यम से दुनिया को साबित करना है !
वयं सर्वम् एकः शुभ कार्यक्रमाय एक सह आगमिष्याम: ! ४,५ च् अगस्तस्य रात्रौ सर्वे गृहेषु मन्दिरेषु च् दीपोत्सवम् भविष्यतः ! दीपावली आयोध्येन सम्मिलत: अस्ति अयोध्याम् बिनौत्सवस्य कल्पनामपि कृत शक्नोति ! अयोध्यायाम् रामजन्मभूम्यै संगठित रूपेण देशांतर्निहित आन्दोलनम् राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघस्य मार्गदर्शने अचालयत् परिणाम च् अस्माकं सम्मुखम् अगच्छत् !
हम सभी एक शुभ कार्यक्रम के लिए एक साथ आएंगे ! 4 और 5 अगस्त की रात को सभी घरों और मंदिरों में ‘दीपोत्सव’ होगा ! दीपावली अयोध्या से जुड़ी है और अयोध्या के बिना त्योहार की कल्पना भी नहीं की जा सकती ! अयोध्या में रामजन्मभूमि के लिए संगठित रूप से देशव्यापी आंदोलन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मार्गदर्शन में विश्व हिन्दू परिषद ने संतों के निर्देशन में चलाया और परिणाम हमारे सामने आया !
आगतः ज्ञायन्ति कस्य अमिलत् रामललास्य वस्त्राणि सिवस्य भारम् ?
आइये जानते हैं किसे मिली है रामलला के कपड़े सीने की जिम्मेदारी ?
सौचिकः शंकर लाल: भगवत प्रसाद: च् किंचन वर्षेण अयोध्यायाम् रामललास्य अतिरिक्त किंचन अन्य प्रतिष्ठित विग्रहेभ्यः अपि वस्त्राणि सिवन्ति ! भ्रातरौ किंचन वर्षेभ्यः वस्त्राणि सिवतः महत्वपूर्णम् वार्ता च् इदमास्ति तत् तौ रामललास्य स्पष्टम् मापस्यापि ज्ञानम् साधैवेन स्तः ! रामललायै वस्त्राणि पंडित कल्कि राम ददाति ! यस्य सिवित्वा निर्मित कुर्वन्ति !
टेलर शंकर लाल और भगवत प्रसाद कई साल से अयोध्या में राम लला के अलावा कई अन्य प्रतिष्ठित विग्रहों के लिए भी कपड़े सिलते रहे हैं। दोनों भाई कई वर्षों से कपड़े सिलते हैं और खास बात यह है कि उन्हें राम लला के सटीक माप की भी जानकारी अच्छी तरह से है ! राम लला के लिए कपड़े पंडित कल्कि राम देते हैं ! जिसको सिलकर तैयार करते हैं !
वंशानि अपि ज्ञात कृत शक्नोति रामजन्मभूम्या सम्मिलित तथ्य !
पीढ़ियां भी जान सकेंगी राम जन्म भूमि से जुड़े तथ्य !
राम मंदिर निर्माण स्थले भूमे अनुमानतः २००० फुट अधो एकः टाइम कैप्सूल इति धरिष्यति ! भविष्ये यत् केचनपि मन्दिरस्य परीतिहासे अध्ययनम् कर्तुम् इच्छयति, सः रामजन्मभूम्या सम्बंधित तथ्य प्राप्त करिष्यति !
राम मंदिर निर्माण स्थल पर जमीन में लगभग 2000 फीट नीचे एक टाइम कैप्सूल रखा जाएगा ! भविष्य में जो कोई भी मंदिर के इतिहास के बारे में अध्ययन करना चाहता है, वह राम जन्मभूमि से संबंधित तथ्य प्राप्त करेगा !
रामजन्मभूम्या: इतिहासम् सिद्ध कृताय बहु वृहद कलहम् न्यायालये अयुद्धत्, तस्मात् अयम् वार्ता सम्मुख आगतः तत् सम्प्रति यत् मन्दिरम् निर्माष्यामि, तस्मिन् एकम् टाइम कैप्सूल इति निर्मियित्वा २००० फुट अधो स्थाष्यति, भविष्ये यदा केचनपि इतिहास द्रष्टुम् इच्छष्यति तर्हि रामजन्मभूम्या: संघर्षस्य इतिहासस्य तथ्यपि निःसृत्वा पश्यष्यति ! कालस्य द्रष्टुम् केचनपि कलहम् तत्र उत्पन्नम् नासि !
रामजन्मभूमि के इतिहास को सिद्ध करने के लिए बहुत लंबी लड़ाई कोर्ट में लड़ी गयी है, उससे यह बात सामने आई है कि अब जो मंदिर बनवाएंगे, उसमें एक टाइम कैप्सूल बनाकर के 2000 फीट नीचे डाला जाएगा ! भविष्य में जब कोई भी इतिहास देखना चाहेगा तो रामजन्मभूमि के संघर्ष के इतिहास के तथ्य भी निकाल कर देखेगा ! समय को देखते हुए कोई भी विवाद वहां उत्पन्न न हो !
भाजपा प्रवक्ता संवित पात्रा: ट्वीट कृत्वा अन्य दलानाम् कष्ट दायक: स्थानें अघातम् अकरोत् ,यत् दलानि राम मंदिर निर्माणम् अवरुद्धतुम् घातम् कृते अतिष्ठत्, तेन सर्वस्य पात्रास्य ट्वीट इतेन आमय लगतु अनिवार्यम् अस्ति, भवानपि ट्वीट पश्य वस्तुतः भवान् मंदिर निर्माणस्य पक्षधरम् अस्ति,वस्तुतः पक्षधरम् नास्ति तर्हि शब्दनाम् आमय साध्य ! जयतु सियाराम:
भाजपा प्रवक्ता संवित पात्रा ने ट्वीट करके अन्य पार्टियों की दुखती रग पर आघात किया है, जो पार्टियां राममंदिर निर्माण को रोकने के लिए घात लगाए बैठी है उन सभी को पात्रा के ट्वीट से चोट लगना लाजिमी है,आप भी ट्वीट को देखें अगर आप मंदिर निर्माण के पक्षधर हैं तो मजा ले, अगर पक्षधर नहीं हैं तो शब्दों की चोट सहें ! जय सिया राम