उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष द्वारा भगवान परशुराम के नाम पर की जा रही राजनीति पर जवाब दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिना विपक्ष का नाम लिए तंज कसते हुए कहा कि उन्हें मालूम हो गया है भारत के अंदर राम नाम से ही वैतरणी पार होने वाली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उन लोगों ने भी ये भाषा बोलनी शुरू कर दी है क्योंकि उन्हें मालूम है कि भारत के अंदर राम नाम से ही वैतरणी पार होने वाली है। बाकी कोई उसका आधार नहीं है और इस देश की जनता जनार्दन ने बार-बार ये साबित करके दिखाया है। ये वही लोग हैं जिन्होंने राम सेतु का भी विरोध किया था।” जिन्होंने सांप्रदायिकता कानून के तहत देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने के का प्रयास किया था और समाज को बांटने का प्रयास किया था। आज फिर वो विभाजनकारी मंशा के रूप में आगे आ गए हैं और फिर से इस प्रकार कुत्सित राजनीति करने के लिए समाज को विभाजित करने को अग्रसर हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘जिन लोगों को राम की वास्तविकता पर ही विश्वास नहीं था। उन्हें राम की ताकत का एहसास अब तो हो रहा होगा।
अब तक रोम की भाषा बोलने वाले लोग भी राम-राम चिल्लाने लगे हैं। भले ही वो परशुराम के बहाने क्यों ना हो लेकिन उन्होंने चिल्लाना तो शुरू किया है। राम का नाम तो ऐसा है कि आप जिस रूप में ले लें। राम का नाम चाहे परशुराम के नाम पर ले लें और चाहे मरा-मरा के नाम पर ले लें वो हर एक का उद्धार कर देते हैं।’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘राम -परशुराम में तात्विक रूप से कोई भेद नहीं है। दोनों विष्णु के अवतार हैं। शास्त्र में कोई भेद नहीं है, परशुराम के नाम में भी राम का नाम आता है, कुछ लोग राम और परशुराम में भेद बताकर गंदी सियासत करते हैं। जातिवादी, विभाजनकारी, कुत्सित मानसिकता रखते हैं। इसी वजह से देश की खुशी के साथ खुश नहीं हो सकते हैं। देश की खुशी के साथ वही लोग खुश हो सकते हैं, जिनमें मर्यादा और धैर्य हो’। उन्होंने कहा कि, ‘आज जो लोग जाति की राजनीति कर रहे हैं, वो जातिवाद का झंडा ऊंचा कर रहे हैं, यही लोग एक समय में तिलक-तराजू के नाम पर जहर घोलते थे।’ अब वे अपने आपको रामभक्त साबित करने में जुटे हैं। झूठ का सहारा लेकर कुछ समय के लिए लोगों की आंखों में धूल झोंकी जा सकती है, लेकिन विधाता सब देख रहा है, समय आने पर देश जवाब देगा, जनता जवाब देगी।’
अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सभी को 492 वर्षों से इस क्षण की प्रतीक्षा थी। हम सब बहुत सौभाग्यशाली हैं कि हम इस पल के गवाह बन पाए हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को ह्रदय से बधाई। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का प्रसाद हर राज्य पहुंचेगा। कुम्भ की तरह ही हमारे ब्रांड एम्बेस्डर इसे पहुंचाने का काम करेंगे, इसके लिए हमारे प्रतिनिधि पूरे देश में प्रसाद लेकर जाएंगे। बता दें कि समाजवादी पार्टी ने भगवान परशुराम की भव्य मूर्ति लगाने का ऐलान किया है, वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती भी यूपी में सरकार बनने पर भगवान परशुराम की सपा से भी ऊंची भव्य मूर्ति लगाने का वादा कर चुकी हैं।इसके अलावा कांग्रेस की तरफ से भगवान परशुराम की जयंती पर सरकारी छुट्टी घोषित करने की मांग की गई है।