उत्तर प्रदेश में कोरोना रिकवरी रेट में लगातार सुधार हो रहा है। प्रदेश में कोरोना रिकवरी रेट 89 प्रतिशत के पार पहुंच गया है। प्रदेश में कोरोना का प्रभाव कम होने के चलते योगी सरकार लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक के दौर में परिस्थितियों को सामान्य करने में जुट गई है। यूपी में अब कंटेनमेंट जोन को छोड़कर सभी जगह के स्कूल 19 अक्टूबर से खोले जाएंगे। स्कूल चरणवार तरीके से खोले जाएंगे। पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों को ही खोला जाएगा। स्कूल आने के लिए माता-पिता की लिखित सहमति जरूरी होगी। किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को प्रदेश के डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने दी। वहीं, इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शासनादेश व गाइडलाइंस जारी कर दी हैं।
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया कि स्कूलों को गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करना होगा। अगर कोई इसका उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि कक्षाएं दो पाली में संचालित होंगी। पहली पाली में कक्षा 9 से 10 जबकि दूसरी पाली में कक्षा 11 व 12 की पढ़ाई होगी। क्लास में पहले दिन केवल 50 प्रतिशत बच्चे ही बुलाए जाएंगे। जबकि बाकी के 50 फीसदी बच्चों को अगले दिन बुलाया जाएगा। यह प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी। जो अभिभावक अपने बच्चे को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं। उनके बच्चों की क्लास पहले की तरह ऑनलाइन चलती रहेंगी।
डिप्टी सीएम ने बताया कि सभी विद्यालय पहले की तरह ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा को जारी रखेंगे। जिन छात्रों के पास ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा नहीं है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर विद्यालयों में बुलाया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर छात्र स्कूल बसों या विद्यालय से संबद्ध सार्वजनिक सेवा वाहन से स्कूल आते हैं तो वाहनों को रोजाना सैनेटाइज करवाना अनिवार्य होगा। वाहनों में बैठने के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखना होगा। सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों और विद्यालय के अन्य सभी कर्मचारियों को मास्क पहनना जरूरी होगा।
यदि किसी विद्यार्थी, शिक्षक या अन्य कर्मचारी को खांसी, जुखाम या बुखार के लक्षण होंगे तो उन्हें प्राथमिक उपचार देते हुए घर वापस भेज दिया जाएगा। प्रवेश व छुट्टी के समय गेट पर सोशल डिसटेंसिंग का पालन करवाया जाएगा।