अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन के बाद भक्त अपनी श्रद्घा के अनुसार कुछ न कुछ भेंट कर रहे हैं। इसी क्रम में अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य श्रीराम मंदिर में चढ़ावे के लिए एक खास घंटा लाया गया है। बीते बुधवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम से 11 राज्य, 4500 किलोमीटर की यात्रा कर लाया गया एक 613 किलो का घंटा रामलला को भेंट किया गया। इस घंटे की खास बात है कि इसकी ध्वनि कई किलोमीटर तक सुनाई देती है। इसे लीगल राइट काउंसिल ने भेंट किया है।
रामेश्वरम से 17 सितंबर को लीगल राइट्स काउंसिल इंडिया का 18 सदस्यीय जत्था घंटे को लेकर भगवान राम की नगरी अयोध्या के लिए रवाना हुआ था। यह जत्था बुधवार को अयोध्या पहुंचा। रास्ते में जगह-जगह इस घंटे की और भगवान राम दरबार व गणेश की मूर्ति का पूजन किया गया। यात्रा में कुल 18 लोग तमिलनाडु से अयोध्या पहुंचे हैं। जत्थे ने श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान जी, गणेश जी व 613 किलो वजनी घंटा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चम्पत राय, महंत दिनेन्द्र दास जी, डॉ अनिल, जिलाधिकारी अनुजकुमार झा की उपस्थित में श्रीराम जन्मभूमि न्यास कार्यशाला में भेंट किया। राम मंदिर में लगने वाला यह घंटा अनूठा है। यह 4 फीट ऊंचा है और वजन 613 किलो है, कांसे से बना हुआ है। इसकी चौड़ाई 3.9 फीट है।
बता दें कि, तमिलनाडु से चली यात्रा 11 राज्यों का रास्ता तय करते हुए यहां पहुंची है। लीगल राइट्स काउंसिल इंडिया की नेशनल जनरल सेक्रेट्री राजलक्ष्मी स्वयं रथ गाड़ी चलाकर लाई हैं। यह घंटा और भगवान की मूर्तियां अभी कार्याशाला में ही रहेंगी। जब मंदिर का निर्माण होगा तब यहर 613 किलो वजनी घंटा श्रीराम जन्मभूमि में ले जाया जाएगा और श्रीराम को अर्पित किया जाएगा।
गौरतलब है कि, अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। बीते 5 अगस्त को राममंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भूमिपूजन करने के बाद रामलला के दर्शन के लिए देश भर से लोग आ रहे हैं, और रामलला के लिए भेंट ला रहे हैं।